जशपुर: कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से खनिज न्यास निधि (mineral trust fund) से जिले के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एसएनसीयू (special newborn care unit, SNCU) वार्ड स्थापित किया जा रहा है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. पुरुषोत्तम सुथार ने बताया कि जिले में एसएनसीयू स्थापित करने के लिए खनिज न्यास निधि से 2 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona) कमजोर पड़ने के बाद अब तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए इससे निपटने के लिए गाइडलाइंस जारी की गई है.
स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्था
सीएमएचओ ने बताया कि गाइडलाइन में 0 से लेकर 17 साल के बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए आवश्यक संसाधन जुटाए जा रहे हैं. जिसके अंतर्गत जिले के 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (community health center) में 6 बेड और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (primary health centers) में 2 बिस्तर का एनआईसीयू स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके संचालन के लिए आवश्यक उपकरण खरीदी की प्रक्रिया भी चालू हो चुकी है. जशपुर जिला चिकित्सालय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पत्थलगांव, बगीचा, कुनकुरी, कांसाबेल, मनोरा, दुलदुला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, तपकरा और संन्ना स्वास्थ्य केंद्र में ये सुविधा शुरू की जाएगी.
अलग से स्टाफ की होगी व्यवस्था
आईसीयू (ICU) में 0 से 5 साल के बच्चों के इलाज के लिए विशेष सुविधा होगी. जिसमें वेंटिलेटर और मॉनिटर के साथ प्रशिक्षित डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी.
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शिशु रोग विशेषज्ञों की कमी
जशपुर जिले में एसएनसीयू स्थापित तो कर दिए जा रहे हैं, लेकिन जिले में शिशु रोग विशेषज्ञों की कमी (paediatricians shortage) बड़ी समस्या है. स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिशु रोग विशेषज्ञों के एक-एक पद की स्वीकृति दी है. लेकिन जशपुर और बगीचा को छोड़कर बाकी सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ये पद खाली है.