जशपुर: जिले के मजदूर लगातार मानव तस्करी का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामला जिले के कोतबा इलाके का है, यहां की पुलिस ने बंगलुरु की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के चंगुल से 11 मजदूरों को छुड़ाने में सफलता पाई है. वहीं मानव तस्करी में लिप्त दलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बैंगलुरु में बंधक बनाए गए छत्तीसगढ़ के 11 मजदूर हुए रिहा, दलाल गिरफ्तार - बंधक
जिले के मजदूर लगातार मानव तस्करी का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामला जिले के कोतबा इलाके का है, यहां की पुलिस ने बंगलुरु की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के चंगुल से 11 मजदूरों को छुड़ाने में सफलता पाई है.
बंगलुरू में बंधक बनकर काम कर रहे थे
दरअसल ये सभी ग्रामीण पत्थलगांव तहसील के अलग-अलग गांवों के हैं. वे बीते ढाई महीने से अधिक समय से मजदूरी के लालच में बंगलुरू की ईवीगो ट्रांसपोर्ट कंपनी में बंधक बनकर काम कर रहे थे. इन मजदूरों ने केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री विष्णुदेव साय को अपनी आपबीती फोन पर सुनाई. इसके बाद एसपी शंकरलाल बघेल को खबर दी गई. खबर मिलते ही कोतबा चौकी प्रभारी सीपी त्रिपाठी के अगुवाई में 5 सदस्यीय पुलिस टीम बंगलुरू रवाना की गई. वहां की पुलिस से मदद लेकर ईवीगो कंपनी में दबिश देकर इन 11 मजदूरों को छुड़ाया गया. सभी मजदूरों को सकुशल उनके घर भेज दिया गया है.
मानव तस्करी का मामला
पुलिस अधिकारी ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कम्पनी को मजदूरों की बिक्री करने वाले दलाल बागबहार निवासी चंद्रिका पैंकरा को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ निजी नियोजन अधिनियम 2013 और मानव तस्करी की धारा आईपीसी 370 के तहत जुर्म दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.