जशपुरःपत्थलगांव में दशहरे की झांकी में हुए हादसे के बाद शहर में भारी पुलिस भल तैनात कर दिया गया है. पुलिस और सुरक्षा बल के जवान जगह-जगह गश्ती कर रहे हैं. हर चौक चौराहे पर जवान तैनात है. जो हर आने-जाने वालों पर नजर बनाए हुए हैं. कवर्धा हिंसा के बाद जशपुर को लेकर पुलिस-प्रशासन पहले से अलर्ट है.
पत्थलगांव में दशहरे की झांकी (Dussehra tableau) में शामिल 20 से अधिक लोगों को तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया (Car crushed people in jashpur) था. ये घटना तब हुई जब लोग दशहरा की झांकी में शामिल थे. प्रशासन के मुताबिक हादसे में 1 व्यक्ति की मौत हुई थी. जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने चार लोगों की मौत होना बताया. हादसे पर राजनीति शुरू होने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने मृतक के परिजनों के लिए 50 लाख के मुआवजे का ऐलान किया. हालांकि विपक्ष की तरफ 1 करोड़ के मुआवजे की मांग करते हुए शनिवार को जशपुर बंद किया गया.
कांग्रेस सरकार कर रही मुआवजे की राजनीति
भाजपा का कहना है कि घटना के बाद परिजनों को उचित मुआवजा (Politics of compensation) मिले. इसकी मांग भाजपा ने की है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि लाशों पर तो कांग्रेस राजनीति (Congress politics) करती है. यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल 50 लाख मुआवजे का ऐलान वहां किया था. भाजपा लाशों पर राजनीति नहीं करती, जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) उत्तर प्रदेश में 50 लाख मुआवजा दे सकते हैं तो छत्तीसगढ़ तो उनका खुद का प्रदेश है. यहां उन्हें ज्यादा मुआवजा देना चाहिए. यही कारण है कि भाजपा के नेताओं ने उत्तर प्रदेश से ज्यादा मुआवजा छत्तीसगढ़ में देने की मांग की है.
इस पूरे मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जिन गाजा तस्करों ने लोगों को कुचला है, वो ओडिशा से आ रहा था और तस्कर मध्य प्रदेश के है. उन्होंने कहा था कि दोनों जगह हमारी सरकार नहीं है. इसलिए पूर्व सीएम रमन सिंह और धरमलाल कौशिक सहित भाजपा के तमाम बड़े नेता अपनी सरकार को घेरे. ताम्रध्वज साहू ने कहा था कि जिस तरह से वह लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, घेराव कर रहे हैं, यह एक बड़ी साजिश लग रही है.