3 किलोमीटर खाट पर ले गए ग्रामीण
ग्राम छिरोडीह की रहने वाली सुनिता तिर्की अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल की ओर गई थी, तभी अचानक तेज हवा और गरज के साथ बूंदा-बांदी होने लगी. इससे बचने के लिए सुनिता पास में स्थित एक पेड़ के नीचे खड़ी हो गई. इसी दौरान पेड़ पर गाज आ कर गिरी,जिसकी चपेट में आने से सुनिता बुरी तरह से झुलस गई. ग्रामीणों ने महिला की जान बचाने के लिए 108 को फोन किया लेकिन एंबुलेंस सड़क नही होने का कारण उस गांव तक नहीं पहुंच पाई जिसके बाद ग्रामीणों ने घायल महिला को चारपाई के सहारे मुख्य मार्ग पर खड़ी संजीवनी एक्सप्रेस तक पहुंचाया.
सिस्टम का सितमः घायल महिला को इलाज के लिए 3 किलोमीटर कंधे पर उठाकर ले गए परिजन
बिलजी की चपेट में आने से एक महिला बुरी तरह झुलस गई. सड़क नहीं होने के कारण 108 वहां तक पहुंच नहीं पाई जिसके बाद ग्रामीण महिला को 3 किलोमीटर तक खाट के सहारे मेन रोड तक लेकर आए.
जनप्रतिनिधियों से कई बार की थी शिकायत
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क न होने की वजह से अक्सर उन्हें इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बारिश के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है. ग्राम के सरपंच बुधेश्वर पैकरा का कहना है कि उन्होनें इस संबंध कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस ओर ध्यान दिलायाहै, लेकिन सड़क निर्माण के लिए अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है.
वहीं इस मामले में बगीचा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद सिंह ने बताया किजिले की सीमा तक रोड का निर्माण कर दिया गया है. जिस सड़क की बात कही जा रही है वह बलरामपुर जिले के सीमा क्षेत्र में आता है. इस संबंध में संबंधित अधिकारी ही कुछ बता सकते हैं.