जशपुर: कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इन सबके बीच होम आइसोलेशन कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक बड़ा सहारा साबित हो रहा है. कोविड-19 की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराते हुए मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी जाती है. इसके साथ ही डॉक्टरों की निगरानी में मरीजों को रखा जाता है. जिला स्तर पर बनाए गए कंट्रोल रूम के जरिए लगातार डॉक्टर हर एक मरीज की मॉनिटरिंग करते हैं. होम आइसोलेशन में रहने वाले करीब 11 हजार से ज्यादा मरीज अब तक होम आइसोलेशन में रहने के बाद ठीक हो चुके हैं.
जिले में कोरोना वायरस अपनी जड़ें फैलाता जा रहे है. लेकिन इस बीच कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे अब बढ़ने लगी है. जिनमें से ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन रहकर अपना इलाज करा रहे हैं. इस दौरान डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नजर रख रही है.
130 मरीज होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज
जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. आरएस पैकरा ने बताया कि जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के आंकड़े चिंताजनक हैं. लेकिन इस बीच होम आइसोलेशन में रहकर मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि रविवार देर रात तक जिले में 509 मरीजों की पहचान की गई थी. वहीं 2 लोगों की मौत भी हुई है. साथ ही 148 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है. जिनमें से 16 लोगों को कोविड अस्पताल से और 130 मरीजों को होम आइसोलेशन से स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया.
इन बातों का रखा जाता है ध्यान
जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों में ज्यादातर मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. डॉक्टरों ने बताया कि इसके लिए कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन कराया जाता है. होम आइसोलेशन में मरीज को रखने से पहले यह सुनिश्चित किया जाता है कि मरीज के घर में अलग से एक कमरा हो. साथ ही उसमें बाथरूम भी अटैच हो. कमरे में हवा आने जाने की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. इसके अलावा मरीज किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित न हो. मरीज में किसी भी तरह के कोरोना के लक्षण न हो.