जशपुर:छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुछ दिनों पहले 23 नए तहसीलों की घोषणा की थी, जिससे लोगों को सहूलियत मिले. जशपुर के सन्ना को भी तहसील बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब इसका विरोध शुरू हो गया है. दावा आपत्ति को लेकर ग्रामीण कई आरोप लगा रहे हैं.
नई तहसील सन्ना को लेकर विरोध हुआ शुरू ग्रामीणों का आरोप है कि नई तहसील के गठन के पहले दावा आपत्तियों में कई ग्राम पंचायत के लोगों ने आपत्तियां दर्ज की थी, लेकिन उनकी आपत्तियों को दरकिनार कर नई तहसील का गठन किया गया है. ग्रामीण खासे नाराज हैं. हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.
40 से 50 किलोमीटर का करना पड़ेगा सफर
बीते दिनों ही बगीचा से सन्ना को अलग कर नई तहसील सन्ना बनाया गया है. प्रदेश सरकार ने इसकी घोषणा की थी. नई तहसील की घोषणा के बाद कई गांव के लोग विरोध कर रहे हैं. नई तहसील में रोकड़ा, देवडांड़, सोनगेरसा, सारूढाब, रौनी, छिछली, सुलेसा, भड़िया समेत कई गांव ऐसे हैं, जो बगीचा तहसील मुख्यालय से महज 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर हैं. अब उन्हें नई तहसील जाने के लिए 40 से 50 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा. इनमें से कुछ गांव ऐसे भी हैं, जो बगीचा तहसील मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर पर स्थित हैं.
हाई कोर्ट जाने की तैयारी में ग्रामीण
देवडांड़ और रोकड़ा पंचायतों के ग्रामीणों को अब अपनी नई तहसील जाने के लिए पहले बगीचा तहसील मुख्यालय आना पड़ेगा. उसके बाद वहां से 28 किलोमीटर का सफर तय कर सन्ना पहुंचना पड़ेगा. तहसील के गठन को लेकर ग्रामीण ख़ासे नाराज हैं. इसमें संसोधन की मांग कर रहे हैं. संसोधन नहीं होने की स्थिति में हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.
ग्रामीणों की समस्या का किया जाएगा निदान
जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे का कहना है कि ग्रामीणों की परेशानी को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा. इन गांवों के बीच सेंटर बनाकर हर हफ्ते कैंप किया जाएगा. जहां तहसीलदार समेत पूरा अमला मौजूद रहेगा.