जशपुर: इस मडर्स डे पर हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपकी आंखे भी भर आएंगी. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में शहीद हुए बसील टोप्पो की मां निर्मला टोप्पो को देखकर लगता है कि वाकई मां के प्यार और दुलार के आगे सब फीका है. इस मां ने अपने शहीद बेटे की याद में घर के बाहर ही स्मृति स्मारक के रूप में उसकी बड़ी सी प्रतिमा बनवा ली.
अपने शहीद बेटे की इस प्रतिमा को वह हर रोज लाड-प्यार करती है, जैसे मां अपने छोटे बच्चे को करती है. मां रोज शहीद की मुर्ति को साफ करती है और उसे दुलारती है. इस ममत्व के इस मार्मिक दृश्य को देखने वालों की आंखें आज भी बरबस छलक पड़ती है.
बचपन से ही सेना में जाना चाहते थे बसील
जशपुर जिले के पुरसाबहार तहसील के एक छोटे से गांव पेरूवांआरा में जन्मा बसील, बचपन से ही सेना और पुलिस भर्ती होना चाहता था. हायर सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद बसील जिला पुलिस में भर्ती हो गया. उसे पहली पोस्टिंग धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर के बीजापुर में मिला था. साल 2011 में बसील की पोस्टिंग बीजापुर के भद्रकाली पुलिस थाने में की गई थी. अगस्त 2011 में वह 15 दिन की छुट्टी लेकर अपने घर पेरूवांआरा आया था, लेकिन एक सप्ताह घर में रहने के बाद वह अचानक छुट्टी खत्म होने से पहले ही हेडक्वार्टर जाने के लिए घर से बीजापुर जाने के लिए निकल गया.