जशपुर: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर कलेक्टर महादेव कावरे ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा कर 5 मई तक कर दिया है. इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी चीजें बंद रहेंगी. छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा की सीमाओं को भी सील किया जाएगा. अनुमति लेकर आने वालों का बॉर्डर पर ही कोरोना जांच किया जाएगा.
कलेक्टर महादेव कावरे ने पत्रकारों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि 26 अप्रैल सुबह 6 बजे से 5 मई सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन घोषित किया जाता है. इस दौरान जशपुर जिले के सभी सीमाएं पूरी तरह से सील रहेंगी. केवल मेडिकल दुकानों को निर्धारित समय में खोलने की अनुमति रहेगी. मेडिकल दुकान संचालक मरीजों के लिए दवाओं की होम डिलीवरी की प्राथमिकता होगी. केवल जरूरी सेवाओं के लिए ही पेट्रोल, डीजल मिल सकेगा.
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केवल इन्हें मिलेगा पेट्रोल-डीजल
- शासकीय वाहन
- शासकीय कार्य में प्रयुक्त वाहन
- एटीएम कैश वैन
- अस्पताल
- मेडिकल इमरजेंसी से संबंधित निजी वाहन
- एम्बुलेंस
- एलपीजी परिवहन कार्य में प्रयुक्त वाहन
- मीडियाकर्मी के वाहन
- प्रेस वाहन
- न्यूज पेपर हाॅकरों के वाहन
- दुग्ध-वाहन
- छत्तीसगढ़ में नहीं रुकने वाले, एक राज्य से सीधे अन्य राज्य जाने वाले वाहन
दुकाने रहेंगी बंद, घर पहुंच सेवा रहेगी चालू
जिले के अंतर्गत लगने वाले समस्त साप्ताहिक बाजार, फल और सब्जी की दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगे. स्थानीय प्रशासन शहरी क्षेत्र, कंटेनमेंट जोन, ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जी, फल, राशन की घर पहुंच सेवा देंगे. ठेले वाले काॅलोनियों में जाकर सब्जी, फल, राशन सामग्री, खाद्य तेल, नमक, आटा, चिकन, मटन, मछली और अंडा घर पहुंच सेवा के माध्यम से बेच सकेंगे. लेकिन किसी दुकान से सामान नहीं बेचा जा सकता है.
कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि लोगों से कोरोना के नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करने और समय पर जांच कराकर उचित उपचार करवाने की अपील की गई है. इस दौरान जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति, अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों और लोगों के स्वास्थ्य की जांच-पड़ताल, क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था, रोजगार मूलक कार्यों के संचालन सहित अन्य मामलों का जानकारी भी उन्होंने दी.
449 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गएकलेक्टर कावरे ने कहा कि कोरोना संक्रमण में लगातार इजाफा हो रहा है. जिसकी रोकथाम और उपचार की समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन की तरफ से की जा रही है. जिले के 8 विकासखंडों में कुल 449 क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यव्यस्था की गई है. जिले में वर्तमान में लगभग 3,000 से भी ज्यादा एक्टिव मरीज हैं.
उचित दवाइयां और संसाधन मौजूद कलेक्टर ने जानकारी दी कि जिले में उचित दवाइयां और संसाधन मौजूद हैं. यहां 1 लाख 83 हजार लोगों का वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य था. जिसमें 72 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाया जा चुका है.
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3 हजार लोगों पर हुई कार्रवाई
अब तक जिले में मास्क नहीं पहनने वाले 3 हजार से ऊपर लोगों पर 8 लाख रुपये से ज्यादा का फाइन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान सभी पुरानी शर्तें लागू हैं. लॉकडाउन में सभी ऑनलाइन सेवा संचालित रहेंगी. जिसमें मांस, मटन और मछली भी शामिल है. बैंकों को पुराने आदेश के तहत संचालित किया जाएगा. सभा, जुलूस और धार्मिक कार्यक्रम सभी बंद रहेगा. ई-पास सेवा और बसें जारी रहेगी.
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सभी विकासखंड में कोविड केयर सेंटर
जिले के सभी विकासखंडो में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. जहां ऑक्सीजन सिलेंडर, अग्नि सुरक्षा यंत्र, दवाइयां सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. कलेक्टर ने बताया कि जिले में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, एक्टिव सर्विलांस का कार्य भी गंभीरता से किया जा रहा है. जिले में जज्द लक्षणग्रस्त ग्रामीणों को कोविड किट बांटने का काम शुरू किया जाएगा.
सीमा पर होगा स्वास्थ्य परीक्षण
कलेक्टर ने बताया कि जिले के सभी बॉर्डर चेकपोस्ट पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. बाहर से आने वाले सभी लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही उन्हें जिले में प्रवेश की अनुमति मिलेगी.
आरटीपीसीआर जांच होगी शुरू
कलेक्टर ने बताया कि जल्द ही जशपुर जिले में कोविड का आरटीपीसीआर टेस्ट होगा इसके लिये प्रक्रिया शुरू हो गई है. कलेक्टर ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ी जा रही जंग में सभी का सहयोग और साथ अनिवार्य है. सभी लोग मास्क और सेनेटाइजर का जरूर उपयोग करें. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें. सभी लोग समय-समय पर हाथ साबुन या डिटॉल से धोते रहें.