Kunkuri Election Results Live : कुनकुरी विधानसभा सीट पर खिला कमल, कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज को हराया - Chhattisgarh election news
LIVE Kunkuri, Chhattisgarh, Vidhan Sabha Chunav, Assembly Elections Result 2023 News Updates:छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं.जशपुर जिले की हो तो कुनकुरी विधानसभा में इस बार राजनीतिक समीकरण बदले हुए दिख रहे हैं.इस विधानसभा में ईसाई वोटर्स का बड़ा वोट बैंक है.साथ ही धर्मांतरण का मुद्दा भी इस विधानसभा में छाया रहता है. Kunkuri Assembly Seat Profile
जशपुर : कुनकुरी विधानसभा सीट से भाजपा के विष्णुदेव साय चुनाव जीत गए हैं. साय ने कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज को हरा दिया है. अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित कुनकुरी सीट पर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. यहां 72.66 प्रतिशत मतदान हुआ था.
कुनकुरी विधानसभा का जातिगत समीकरण :तपकरा और बगीचा विधानसभा सीट के विलुप्त होने के बाद कुनकुरी विधानसभा अस्तित्व में आई. इस विधानसभा में उरांव और कंवर मतदाताओं की बहुलता है. लेकिन,इनके बीच में ईसाई मतदाताओं के हाथों में चुनावी गणित में हेरफेर करने की शक्ति है. कुनकुरी में ईसाई मतदाताओं की संख्या 37 हजार से अधिक हैं. वहीं कंवर मतदाता भी यहां पर 47 हजार हैं, इसके अलावा उरांव जाति के लोग 40 हजार के आसपास हैं. यही तीन जातियां इस विधानसभा में जीत और हार का समीकरण तय करती हैं.
कुनकुरी विधानसभा के मुद्दे और समस्याएं :कुनकुरी विधानसभा में धर्मातंरण सबसे संवेदनशील राजनीतिक मुद्दा है. एशिया के सबसे बड़ा चर्च के प्रभाव वाले इस विधानसभा क्षेत्र में धर्मातंरण को लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बनती है. इसके साथ ही बिरहोर जनजाति,बादलखोल अभ्यारण्य के पहुंचविहिन गांवों का विकास इस क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से एक है. सड़कों की स्थिति भी क्षेत्र में राजनीति के केन्द्र में रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हो जाने से लोगों को राहत जरूर मिली है. लेकिन चिराईडांड दमेरा,कुनकुरी तपकरा और चराईडांड बगीचा सड़क की जर्जर स्थिति ने बीते पांच साल में मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोरी हैं.
साल 2018 के चुनावी परिणाम :2018 के विधानसभा चुनाव में कुनकुरी में कांग्रेस के प्रत्याशी यूडी मिंज ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के भरत साय को 4293 मतों से हराया था. इन चुनावों में यूडी मिंज को 69896 मत मिले थे.जबकि बीजेपी के भरत साय को 65603 मतों से संतोष करना पड़ा था. बीजेपी की इस करारी शिकस्त में बागी प्रत्याशी प्रदीप नारायण की अहम भूमिका मानी गई थी. प्रत्याशियों के बाद से सबसे अधिक 2129 वोट नोटा में गए थे.पिछले चुनाव में इस विधानसभा में 77.49 फीसदी वोटिंग हुई थी