जशपुर:प्रयास आवासीय विद्यालय में छात्रों और पूर्व प्राचार्य के बीच हुए विवाद के मामले में जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच कमेटी का गठन किया है. जशपुर के तहसीलदार को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिसमें प्रयास आवासीय विद्यालय के पूर्व प्राचार्य मनोज सोनी का बयान भी दर्ज कर लिया गया है. वहीं जांच में दिए गए बयान में पूर्व प्राचार्य मनोज सोनी ने आरोपों को निराधार बताया है.
मोबाइल जमा करने को लेकर हुआ था विवाद
जांच कमेटी को दिए गए बयान में पूर्व प्राचार्य मनोज सोनी ने बताया है कि हॉस्टल में मोबाइल के उपयोग को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन को लेकर सख्ती बरती गई थी. इसी बात को लेकर हॉस्टल के छात्र-छात्राओं में नाराजगी व्याप्त थी. घटना 1 दिन पूर्व ही उन्होंने ऑफलाइन क्लास शुरू होने पर सभी छात्रों को मोबाइल जमा करने की हिदायत दी थी. इस पर कुछ छात्रों ने खुलकर नाराजगी जताई थी.
कलेक्टर ने प्रयास विद्यालय के प्राचार्य को छेड़छाड़ मामले में पद से हटाया
किया जा रहा फंसाने का प्रयास- पूर्व प्राचार्य
जांच दल को पूर्व प्राचार्य मनोज सोनी ने बताया कि छात्र-छात्राए उन्हें फंसाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि मार्च 2020 में लॉकडाउन के दौरान हॉस्टल से कुछ छात्राएं राजनांदगांव जाने के लिए एक गाड़ी बुक की थी. जिसमें उन्होंने गाड़ी मालिक को अपना रिश्तेदार बताया था. इस पर प्राचार्य ने शंका जताई थी. इस मामले में काफी विवाद भी हुआ था. छात्राओं ने इस मामले में प्राचार्य पर छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया था. जिसके बाद मनोज सोनी को प्राचार्य पद से हटा दिया था. जांच दल को दिए गए बयान में प्राचार्य ने छेड़छाड़ के सारे आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि सारे विवादों के पीछे बाहरी तत्व छात्रों को गुमराह कर रहे हैं.
प्रयास आवासीय स्कूल केस: मामा की एंट्री से विवाद में आया अब नया मोड़
कलेक्टर ने जांच कमेटी का गठन किया
4 मार्च को शहर के नजदीक ग्राम डोडकाचोरा में प्रयास आवासीय विद्यालय में प्राचार्य और छात्रों के बीच विवाद हुआ था. विवाद के बाद कलेक्टर महादेव कावरे ने घटना की जांच के लिए प्रभारी सहायक आयुक्त दशरथ राजपूत को निर्देश दिया था. निर्देश पर सहायक आयुक्त ने तहसीलदार लक्ष्मण राठिया को जांच अधिकारी नियुक्त किया था.