जशपुर: किसानों और लोगों के लिए सौर सुजला योजना कारगर साबित हो रही है. किसानों और लोगों को फायदा मिल रहा है. जिले के दूरस्थ अंचल क्षेत्रों में लोगों को सिंचाई के साधन और पेयजल के लिए सोलर पंप स्थापित किए जा रहे हैं. आश्रम, छात्रावासों में भी सोलर पंप से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. जिले में कुल 6,527 सोलर पंप लगाए जा चुके हैं.
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जिले में इस वर्ष 2 हजार पम्प का लक्ष्य
वनांचल क्षेत्र होने की वजह से जशपुर जिले में सौर सुजला योजना सार्थक हो रही है.बड़ी संख्या में ग्रामीण सोलर पंप अपने खेतों में लगा रहे हैं. अच्छी खेती बाड़ी करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं.
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क्रेड़ा विभाग के सहायक अभिंयता संदीप बंजारे ने सौर सुजला योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 2016-17 से 2019-20 तक कुल 6,527 सोलर पंप की स्थापना की जा चुकी है. 2020-21 में जिले को आवंटित लक्ष्य 2000 में से 1,844 सोलर पंप हितग्राहियों के लिए, 156 पंप गौठान और चारागाहों के लिए मिला है.
किसान सोलर पंप से कर रहे सिंचाई अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे किसान
संदीप बंजारे ने बताया यह योजना उन सभी कृषकों के लिए है, जो जलस्त्रोत होने पर भी खेतों में सिंचाई के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं कर पाते हैं. किसानों को अब पानी की किल्लत नहीं है. खेतों में भरपूर सिंचाई हो रही है. पैदावार बढ़ने से किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुधर रही है.
किसान सोलर पंप से आत्मनिर्भर बन रहे 2020-21 में हितग्राहियों को कैटेगरी वाइज राशि जमा करने की योजना बनाई गई है. 3HP पंप ST और SC के लिए 10 हजार जमा करना होगा. OBC वर्ग के लोगों को 15 हजार और सामान्य वर्ग के लोगों को 20 हजार रुपये देना होगा. 5 एचपी पंप के लिए ST और SC को 15 हजार रुपये, OBC को 21 हजार और सामान्य वर्ग के लोगों को 25 हजार रुपये की राशि देना होगा.
सौर सुजला योजना का लाभ ले रहे किसान