जशपुर: कोरोना संक्रमण का असर शिक्षा व्यवस्था पर साफ-साफ नजर आता है. करीब 1 साल से शिक्षण संस्थान या तो बंद हैं या फिर ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की दिक्कते हैं. कई परिवारों के पास स्मार्ट फोन भी नहीं है. ऐसे में जशपुर शिक्षा विभाग (Education Department jashpur) ने बच्चों को समार्ट बनाने के लिए पढ़ाई का नया तरीका अपनाया है. पढ़ई तुंहर दुआरकार्यक्रम के तहत केबल टीवी के माध्यम से स्पोकन इंग्लिश और कंप्यूटर कोचिंग क्लास की शुरुआत कर दी गई है .(Spoken English class through cable tv ) ताकि बच्चों का बैद्धिक विकास निरंतर चलता रहे.
जशपुर जिला प्रशासन ने पढ़ई तुंहर दुआर योजना (Padhai Tunhar Dwar) के तहत नवाचार किया है. जशपुर विकास खंड शिक्षा अधिकारी एमजेडीयू सिद्धकी ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा को उभारने के लिए समर कैंप का आयोजन किया जाता है, लेकिन बीते 2 सालों से कोरोना संक्रमण के कारण कैंप बंद है. घर में सिमटे हुए बच्चों के लिए इन दिनों समय बिताना भी काफी कठिन हो रहा है. ऐसे में केबल टीवी के माध्यम से स्पोकन इंग्लिश और कंप्यूटर क्लास संचालित (Computer class operated on TV) करने की पहल की गई है.
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लगभग 800 विद्यार्थी उठा रहे लाभ
शिक्षक ज्योति चाणक्य, आशा लकड़ा और जोसेफ एक्का के सहयोग से क्लास का संचालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि मोबाइल कैमरे में प्रतिदिन दो क्लास सूट कर स्थानीय केबल ऑपरेटर के माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है. विकास खंड शिक्षा विभाग की संचालित इस क्लास का लाभ प्राथमिक से लेकर महाविद्यालय तक के छात्र ले सकते हैं. शिक्षा विभाग का अनुमान है कि केबल के माध्यम से प्रसारित होने वाले इस क्लास का लाभ शहर के 700 से 800 विद्यार्थी ले रहे हैं.
2800 घरों में केबल कनेक्शन
विकास खंड शिक्षा अधिकारी सिद्धकी ने बताया कि शहर में इस वक्त 2800 घरों में केबल कनेक्शन है. एक टीवी में तीन से चार बच्चे क्लास का लाभ लेते हैं. इस पूरे कार्यक्रम के संचालन में बीईओ एमजेडीयू सिद्धकी के साथ एपीओ कल्पना टोप्पो, विकासखंड स्रोत समन्वयक अजय चौबे, प्रवीण कुमार सिन्हा और सत्यम नायक जुड़े हुए हैं.