जशपुर : आदिवासी बाहुल्य जिला जशपुर पहले से ही स्वास्थ्य सेवाओं की कमी से जूझ रहा है, लेकिन इन सबके बीच राहत भरी खबर सामने आई है. जिला अस्पताल में इस महीने के आखिर तक डायलिसिस की सुविधा शुरू हो जाएगी. स्वास्थ्य विभाग ने यूनिट स्थापित करने के लिए जगह का चयन भी कर लिया है. इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. इस सुविधा के शुरू हो जाने से जिलेवासियों को डायलिसिस के लिए दूसरे शहरों की ओर नहीं जाना होगा. इसके साथ ही मरीजों को निजी अस्पतालों के भारी भरकम बिल से मुक्ति मिलेगी.
जल्द मिलेगी डायलिसिस की सुविधा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पुरुषोत्तम सुथार ने बताया कि जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की चार यूनिट स्थापित करने की स्वीकृति शासन द्वारा दी गई है, इन यूनिटों को स्थापित करने के लिए जिला चिकित्सालय के आयुष वार्ड का चयन किया गया है. आयुष विंग को जिला चिकित्सालय में नीचे की ओर स्थानांनतरित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि डायलिसिस की सुविधा मिल जाने से मरीजों को समय पर इलाज मिलने के साथ निजी अस्पतालों के भारी भरकम बिल से भी मुक्ति मिल सकेगी. जशपुर में डायलिसिस की सुविधा पढ़ें :खैरागढ़: लगातार बढ़ रहे कोरोना केस, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग के कर्मचारी कर रहे मरीजों का सर्वे
मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद
जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा शुरू हो जाने से जिले के मरीजों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. स्थानीय नागरिक प्रेम प्रकाश शर्मा ने बताया कि वर्तमान में इस सुविधा की कमी से जरूरतमंद मरीजों को डायलिसिस के लिए झारखंड के रांची, अंबिकापुर, ओडिशा, रायगढ़, बिलासपुर और रायपुर की ओर जाना पड़ता था.जो काफी परेशानी भरा था. डायलिसिस की सुविधा जिला अस्पताल में मिल जाने से आदिवासी बाहुल्य इस क्षेत्र में लोगों को इसका फायदा मिलेगा और लोगों की जान भी बचाई जा सकेगी.
क्या है डायलिसिस सुविधा ?
डायलिसिस का इस्तेमाल मुख्यत किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए किया जाता है. किडनी खराब हो जाने से मानव शरीर में रक्त शोधन क्षमता कमजोर हो जाती है. इसके ही साथ डायरिया और उच्च रक्तचाप की बीमारी से पीड़ित मरीजों के इलाज में भी यह यंत्र उपयोगी साबित होता है.