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जशपुर: बालाझापर के सरना एथनिक रिसाॅर्ट में सैलानियों की भीड़, पर्यटकों को भा रही ये जगह

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Published : Nov 21, 2020, 8:47 PM IST

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरना एथनिक रिसाॅर्ट का शुभारंभ किया था. इस रिसॉर्ट में आदिवासी कला और संस्कृति को समेटा गया है. सरना एथनिक रिसाॅर्ट में हर रोज 400-500 सैलानी पहुंच रहे हैं.

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बालाझापर के सरना एथनिक रिसाॅर्ट में सैलानियों की भीड़

जशपुर: बालाझापर में ट्रायबल टूरिज्म सर्किट के तहत 13 करोड़ 10 लाख की लागत से सरना एथनिक रिसाॅर्ट का निर्माण किया गया. यह निर्माण कार्य साढ़े चार एकड़ में कराया गया है. जहां जशपुर जिले के पुरातत्व, कला-संस्कृति और आदिवासी जीवन शैली की अद्भूत छटा को चार एकड़ के रकबे में समेटा गया है, जो बेहतर सुदंर और कलाकृतियों से भरपूर है.

सरना एथनिक रिसाॅर्ट

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरना एथनिक रिसाॅर्ट का शुभारंभ किया था. रिसाॅर्ट की मुख्य द्वार पर जशपुर के हर्राडीपा शैली की पत्थर की मूर्तियां लगाई गई हैं. यहां लैंडस्केप और ओपन एमपी थिएटर सहित ईको लग हट्स का निर्माण कराया गया है. जशपुर जिले के पुरातात्विक स्थल पर पत्थर की मूर्तियां उसी शैली में बनाई गई है, जिसे मुख्य द्वार पर लगाया गया है.

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1 नवंबर से रिसाॅर्ट में बुकिंग प्रारंभ हो गया

भारत सरकार के स्वदेश दर्शन योजना के तहत टेली कम्यूनिकेश्न कंन्सलटेंट इंडिया लिमिटेड नई दिल्ली ने इसका निर्माण किया है. बालाछापर में 1.65 हेक्टेयर में एथनिक रिसॉर्ट का निर्माण किया गया है. रिसाॅर्ट में 6 वुडनकॉर्टेज, 18 पिलेज काॅटेज, 10 क्राफ्ट हट, एक कैफेटेरिया, 1 एम्फीथिएट, कांफ्रेस रूम, 3 टेंट प्लेटफॉर्म सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है. 1 नवंबर से रिसाॅर्ट में बुकिंग प्रारंभ हो गई है.

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रिसार्ट में 500 लोग आते हैं घूमने
रिसाॅर्ट जशपुर शहर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां प्रतिदिन 400-500 पर्यटकों की भीड़ रिसाॅर्ट में पहुंच रही है. रिसाॅर्ट के निर्माण हो जाने से यहां के आदिवासी कल्चर और सस्कृति अन्य राज्य, देश के पर्यटकों तक पहुंचेगी.

रिसाॅर्ट के मैनेजर आशीष तिर्की ने बताया कि प्रतिदिन रिसाॅर्ट के सभी काॅटेज पूरी तरह के बुक होते हैं. जशपुर जिला प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण होने से यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ी रहती है. साथ ही उनके लिए आदिवासी कल्चर में रहना बेहद रोचक होता है. इन सभी कारणों से अभी 1 महीनें में ही रायपुर, बिलासपुर, भोपाल, सहित अन्य राज्य के लोग रिसाॅर्ट में बुकिंग कराकर जशपुर के पर्यटल स्थलों का आनंद ले चुके हैं.

सरना एथनिक रिसाॅर्ट में सैलानियों की भीड़

रिसार्ट में स्थानीय व्यंजनों का आनंद ले रहे पर्यटक
रिसोर्ट के इंचार्ज आशीष ने बताया कि जशपुर जिला आदिवासी कल्चर से जुड़ा हुआ है, जिसको देखते हुए रिसाॅर्ट में यहां के स्थानीय व्यंजनों का भी पर्यटक आनंद ले रहे हैं, जिससे बाहर के पर्यटकों को यहां के स्थानीय व्यंजनों के बारे में भी जानकारी होगी. उन्होंने बताया कि पर्यटकों को दृष्टिगत रखते हुए रिसाॅर्ट में सुविधा युक्त बनाया गया है.

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