जशपुरःप्रदेश में आज भी कई इलाकों के लोगों को स्कूल, स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क और पुल जैसी कई ऐसी बुनियादी जरुरतों की कमी में जीना पड़ रहा है. कई जगहों पर तो सरकार का ध्यान नहीं गया और कई जगहों पर ठेकेदारों की वजह से काम अधर में लटका हुआ है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जशपुर के बगीचा में डोड़की नदी पर पुल नहीं होने से लोग मौत का सफर करने को मजबूर हैं. तीन साल के लंबे इंतजार के बाद जब पुल नहीं बना तो लोगों ने जन सहयोग से खुद पुल बनाया. लेकिन इस पुल पर सफर करना जानलेवा है. डोड़की नदी में पुल नहीं बनने से वार्ड वासियों और स्कूली बच्चों को रोजाना दो-चार होना पड़ता है. स्थानीय निवासियों ने लकड़ी के तख्तों से पुल बनाया है और इसके जरिए ही नदी के एक ओर से दूसरे ओर आते-जाते हैं. इस दौरान कई लोग मोटरसाइकल से पुल पार करते हुए नदी में गिर भी जाते हैं. स्कूली बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग सभी मौत के पुल पर सफर करने को मजबूर हैं.
तीन साल से बन रहा है पुल
नगर पंचायत बगीचा के बीचो-बीच डोड़की नदी गुजरती है. इस वजह से नगर दो भागों में बट जाती है. नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 3,4 और 5 के लोगों को नदी पार कर आना-जाना पड़ता है. पुल निर्माण के लिए प्रशासन ने करोड़ों रुपए का टेंडर ठेकेदार को दिया है, लेकिन ठेकेदार ने 3 साल बाद भी पुल निर्माण का काम पूरा नहीं किया है. इस कारण लोगो को जोखिम उठाना पड़ रहा है.