जशपुर:कुनकुरी का महागिरजाघर एशिया महाद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा चर्च माना (Asia second largest church in jashpur) जाता है. एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च में लाइटों के साथ क्रिसमस ट्री की खूबसूरत सजावट इस बार (Jashpur World Famous Christmas) देखने को मिलेगी. हालांकि यहां कोरोना गाइडलाइन का पालन सख्ती से किया जाएगा. कोरोना के कारण ही इस बार रोजरी की महारानी गिरजाघर में क्रिसमस सादगी के साथ मनाया (Christmas celebrated simplicity) जाएगा.
सादगी से मनाया जाएगा महागिरजाघर में क्रिसमस
जशपुर के विशप एम्मानवेल केरकेट्टा (Bishop Emmanuel Kerketta)ने लोगों को क्रिसमस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि विश्व में पिछले दो सालों से फैली कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार रोजरी की महारानी महागिरजाघर में क्रिसमस पर्व सादगी से मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि रोम में रहने वाले धर्म पिता का संदेश है कि कोरोना के कारण पूरा विश्व पीड़ित है. उन्होंने बताया कि यहां बिशप हाउस की तरफ से नाच-गाना नहीं होगा. साथ ही इस बार संस्कृति कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी गई है. क्रिसमस को भौतिक नहीं बल्कि आध्यत्मिक और पारिवारिक रूप से मनाने का सुझाव दिया गया है.
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10 हजार से अधिक लोग कर सकते हैं एक साथ प्रार्थना
रोजरी की महारानी महागिरजाघर वास्तुकला का अदभुत नमूना है.यह विशालकाय भवन केवल एक बीम पर टिका हुआ है. इस भवन में 7 अंक का विशेष महत्व है. इसमें 7 छत और 7 दरवाजे हैं. इस चर्च में एक साथ 10 हजार श्रद्वालु प्रार्थना कर सकते हैं. क्रिसमस में न केवल देश बल्कि विदेशों से भी लोग यहां पंहुच कर प्रभु से प्रार्थना करते हैं.