जशपुर. मनोरा जनपद के ग्राम आस्था के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा 10 वीं में एडमिशन दिलाने के बदले छात्र और उसके परिजन से मुर्गा और दारू की मांग की गई. परिजनों ने शाला विकास समिति के सदस्य के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत की. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने संबंधित आवेदन की जांच प्राथमिकता से करने का निर्देश दिए है.
प्रिंसिपल पर रिश्वत लेने के आरोप कलेक्ट्रेट में हुई झड़प
छात्र के परिजन जब मामले की शिकायत करने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो इस दौरान उनकी जिला शिक्षा अधिकारी से जमकर झड़प हुई.
मामले को छिपाने का आरोप लगाया.
पीड़ित छात्र अनिस एक्का की बहन ने बताया कि भाई का ऐडमिशन हायर सेकेंडरी स्कूल आस्था में 10वीं कक्षा में करवाना चाहती है. लेकिन स्कूल के प्राचार्य भाई का एडमिशन नहीं कर रहे और लगातार उसे और उसके परिजनों से रिश्वत मांग रहे है.
'रिश्वत मांग रहे थे प्रिंसिपल'
पीड़ित की बहन ने बताया कि उसका भाई कक्षा 9वीं तक तमामुंडा स्कूल में पढ़ा था. जिसके बाद उसका एडमिशन आस्था के स्कूल में करवाना था. लेकिन प्राचार्य रोजाना उससे रिश्वत मांग रहे थे. अस्मिता ने बताया कि स्कूल का चपरासी संतुराम ने प्रवेश करवाने के लिए मुर्गा और दारू की मांग की. शाला विकास समिति के सदस्य हदीस अंसारी ने बताया कि कलेक्टर ने उन्हें मामले की जांच और उसकी कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.