राजनांदगांव: कुछ कर गुजरने की तमन्ना और ललक अगर किसी के अंदर हो, तो विकास की सीढ़ियां चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. व्यस्त जीवन के साथ-साथ कुछ अलग करने के जुनून ने डोंगरगढ़ में रहने वाली अफशा परवीन को हीरो बना दिया. अफशा पेशे से टीचर हैं.
इस महिला टीचर ने जीता नेशनल शतरंज चैंपियन का खिताब, किया छत्तीसगढ़ का नाम रौशन - dongargarh afsa news
अफशा परवीन ने झारखंड के रांची में आयोजित सिविल सर्विसेज नैशनल चेस टूर्नामेंट में नैशनल चैंपियन का खिताब जीता और व्यक्तिगत स्पर्धा में शानदार पांच पुरुस्कार भी जीते. उन्होंने न सिर्फ डोंगरगढ़ का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है.
अफशा परवीन ने झारखंड के रांची में आयोजित सिविल सर्विसेज नैशनल चेस टूर्नामेंट में नैशनल चैंपियन का खिताब जीता और व्यक्तिगत स्पर्धा में शानदार पांच पुरुस्कार भी जीते. उन्होंने न सिर्फ डोंगरगढ़ का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है.
अफशा ने बताया कि छत्तीसगढ़ को नैशनल चैम्पियन बनाने में छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का अहम योगदान रहा. अफशा परवीन डोंगरगढ़ विकासखंड के मुरमुंदा के मिडिल स्कूल वर्ग में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने अपने 6 के 6 मैच जीते. इससे पूरे राजनांदगांव में खुशी का माहौल है.