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जशपुर : संकल्प संस्थान के छात्रों ने फिर बढ़ाया जिले का मान, 20 ने क्वालिफाई किया नीट - jashpur news

इस बार संस्थान के 20 विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा में सफलता हासिल की है. इससे पहले संस्थान के बच्चे जेईई मेंस, सीजीपीईटी की परीक्षा में सफलता का परचम लहरा चुके हैं.

20 ने क्वालिफाई किया नीट

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Published : Jun 11, 2019, 1:59 PM IST

जशपुर: आदिवासी बाहुल वनांचल जिले के संकल्प शैक्षणिक संस्थान के बच्चों ने एक बार फिर जिले का मान बढ़ाया है. इस बार संस्थान के 20 विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा में सफलता हासिल की है. इससे पहले संस्थान के बच्चे जेईई मेंस, सीजीपीईटी की परीक्षा में सफलता का परचम लहरा चुके हैं.

20 ने क्वालिफाई किया नीट

बच्चों की सफलता पर कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने कहा कि, '20 बच्चों का नीट क्वालिफाई करना जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है'. साथ ही उन्होंने कहा कि, 'जिले के विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश प्राप्त कर जशपुर का नाम रोशन करते हुए देश और शिक्षा जगत में जिले की पहचान बनाना है'.

26 में से 20 ने किया क्वालिफाई
जिला प्रशासन द्वारा संचालित संकल्प शिक्षण संस्थान के प्राचार्य विनोद गुप्ता ने बताया कि, 'इस साल संकल्प शिक्षण संस्थान से नीट की परीक्षा में 26 बच्चों ने भाग लिया था, जिसमें से 20 बच्चों ने परीक्षा में पास होकर जिले का मान बढ़ाया है'.

प्रभात ने किया 93.5 स्कोर
उन्होंने बताया कि, 'संस्थान के छात्र प्रभात गुप्ता ने 93.5 प्रतिशत लाकर संकल्प में टॉप किया. इसके पहले संकल्प के ही पूर्व छात्र चंद्रचूड़ सिंह ने 96.5 प्रतिशत प्राप्त कर अपनी एमबीबीएस सीट अच्छे मेडिकल कॉलेज में प्राप्त कर ली है.

इन्होंने क्वालीफाई किया नीट
जया परहा, शंकर, नीतेश सोनी, हर्षिता पैकरा, अविनाश, जयंती यादव अमित कुमार, तरुण, मेघा, नेहा एक्का, प्रज्ञा, नीतेश कुमार, अमिता, तारावती, वंदना, ईभा, भारती, समीर, सुस्मिता पैकरा.

जिला प्रशासन संचालित करता है संस्थान
प्राचार्य ने बताया कि, 'जिला प्रशासन द्वारा खनिज न्यास निधि से संचालित होने वाले संकल्प संस्थान में विषय तैयारियों के साथ-साथ पढ़ाई करवाई जाती है. 10वीं और 11वीं में इन बच्चों का एडमिशन लिया गया था. बोर्ड की परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ नीट की तैयारी भी करवाई गई थी'.

हर 15 दिन में होता है टेस्ट
उन्होंने बताया कि, 'हर 15 दिनों में बच्चों का टेस्ट लिया जाता है, Qर एक-एक बच्चे का परफॉर्मेंस बारीकी से देखा जाता है, जिस सब्जेक्ट जिन चीजों में बच्चे कमजोर नजर आते हैं उन विषयों पर टीचर विशेष ध्यान देते हैं, ताकि बच्चा पूरी मेहनत से पढ़ाई कर सके'.

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