जांजगीर चांपा : इशिका शर्मा हत्याकांड में पोस्टमार्टम से पहले ही लोगों को हत्या का अंदेश था. पुलिस के मुताबिक आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस रायगढ़ बिलासपुर और बलौदा बाजार की ओर गई थी. आरोपी रोहन पांडू का इशिका के घर आना जाना था. पुलिस को उसके उपर ही शक था. पुलिस ने आरोपी रोहन पांडू को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया.
हत्या करने के बाद फरार था रोहन: मामले का मुख्य आरोपी रोहन पांडू घटना के दिन सुबह सक्ती, खरसिया और रायगढ़ गया.आरोपी ने हुलिया बदला और कपड़ा चेंज किया, इसके बाद हसौद, बिर्रा होते हुए तिल्दा गया.तिल्दा से कवर्धा पंहुचा.इसके बाद आरोपी अपने गांव के साथियों के साथ मुंगेली आ रहा था.जिसे रास्ते में पुलिस ने दबोच लिया.इस मामले का मुख्य आरोपी रोहन पांडू है जिसने राजेन्द्र सूर्या के साथ मिल कर इशिका की हत्या की. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मोबाइल, स्कूटी,और जेवर जब्त किया है.
पहले से ही जानता था आरोपी :आरोपी पहले से ही युवती को जानता था. उसका युवती के घर पर आना जाना था. मन ही मन वो युवती को चाहने लगा.इसी दौरान उसके मन में इशिका से शादी करने का ख्याल भी आ गया. इसके लिए वो अक्सर इशिका को उपहार में मोबाइल जेवर जैसी महंगी चीजें देता था.लेकिन इशिका किसी और लड़के से बात करती थी.इसी बात को लेकर दोनों में विवाद होता था.लेकिन इशिका के नहीं मानने पर आरोपी रोहन ने इशिका की हत्या करने का प्लान बनाया.
कैसे की हत्या : एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि ''आरोपी ने पहले नींद की गोलियां खरीदी.इसके बाद उसे खाने में मिलाकर इशिका और उसके भाई को खिला दिया. भदौरा से रात 10 बजे आरोपी का दोस्त राजेंद्र सूर्या भी मौके पर पहुंचा. जिसे रोहन ने दो सौ रुपए देकर वारदात के दिन बुलाया था. दोनों ने मिल कर शराब पी और घर पहुंच कर खाना खाया. इस दौरान एक बार फिर इशिका के साथ आरोपी ने विवाद करना शुरु किया. विवाद के दौरान ही रोहन और राजेंद्र ने इशिका का गला घोंट दिया. जिसमें एक आरोपी ने पैर पकड़ा और दूसरे ने उसका गला और मुंह दबाया. हत्या करने के बाद आरोपी इशिका का मोबाइल फोन और जेवर लेकर फरार हो गए थे.''