जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा जिले में आजादी के अमृत का उत्सव मनाई गई. इस अवसर दो दिवसीय राज्य स्तरीय कराते चैंपियनशिप का आयोजन किया गया है. इस प्रतियोगिता में प्रदेश के 16 जिले से 300 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपनी कला का प्रदर्शन किया. वहीं प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे अतिथियों ने लड़कियों के साथ होने वाले अपराध की रोक थाम के लिए सेल्फ डिफेंस को महत्वपूर्ण बताया. कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री रवि पांडे ने कराते को स्कूल में लागू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का वादा किया.
जांजगीर चांपा में दिव्यांग कराटे खिलाड़ी स्वाति साहू ने जीता गोल्ड - कराटे खिलाड़ी स्वाति साहू ने जीतीं गोल्ड मेडल
जांजगीर चांपा में आजादी के अमृत का उत्सव पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय कराते चैंपियनशिप का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में बिलासपुर से भी पहुंची दिव्यांग स्वाति साहू कराते में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है.
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राज्य स्तरीय कराते प्रतियोगिता का आयोजन:राज्य स्तरीय कराते प्रतियोगिता के आयोजकों ने बताया कि "कोरोना काल में 2 साल इस आयोजन को रोकना पड़ा था. अब लंबे अंतराल के बाद आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर के खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. उन्होंने बताया कि कराते को बढ़ावा देने के लिए पहले राज्य सरकार फंड जारी करती थी. लेकिन 3 साल से शासन से कराते प्रतियोगिता के लिए किसी तरह की मदद नहीं की जा रही है, जिसके कारण अपनी व्यवस्था में आयोजन कराया जा रहा है. शासन से आर्थिक मदद मिलने पर राष्ट्रीय स्तर का भी आयोजन किया जाना संभव है.
पंखों से नहीं हौसले से उड़ान भरते है:प्रदेश भर से आए 3 सौ से अधिक प्रतिभागियों में एक प्रतिभागी बिलासपुर से भी पहुंची, जो खिलाड़ियों के साथ साथ अतिथियों का भी ध्यान अपनी ओर खींची. येलो बेल्ट लगाई ये खिलाड़ी स्वाति साहू है, जो अन्य खिलाड़ियों से इसलिए भी अलग है. क्योंकि उसका एक हाथ ही नहीं है. दूसरा हाथ भी कमजोर हो गया था. अपने इस कमजोरी से निराश होने के बजाय साहू ने इसे अपना हथियार बना लिया और 3 साल से कराते प्रशिक्षण लेते हुए अनेक प्रतियोगिता में जीत हासिल कर गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर लिया है.