जांजगीर-चांपा: शिवरीनारायण को रामायण सर्किट में शामिल नहीं किए जाने से साधु-संत नाराज बताये जा रहे हैं. साधु-संतों ने केंद्र सरकार से शिवरीनारायण को रामायण सर्किट में जोड़ने की मांग कर रहे हैं.
शिवरीनारायण के महंत रामसुंदर दास के सहयोगी रामेश्वरदास त्यागी ने कहा कि, शिवरीनारायण को टेंपल सिटी घोषित किया गया है, लेकिन इस टेंपल सिटी को लेकर आज तक कुछ भी प्रगति का कार्य नहीं किया गया है और न ही पर्यटकों की सुविधा को लेकर कोई काम किए गए हैं.
रामेश्वरदास त्यागी ने रामायण सर्किट मैप में शिवरीनारायण को जोड़ने के लिए केन्द्र सरकार से मांग की है. इसके अलावा अन्य साधु-संतों ने भी केन्द्र और राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि, इस क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर विशेष जोर देने की जरूरत है.
सबरी ने भगवान राम को खिलाए थे बेर
सबरी के नाम पर ही जिले का नाम शिवरीनारायण पड़ा है. स्थानीय मान्यता के मुताबिक यहां पर वनवास के दौरान भगवान राम का आगमन हुआ था, जहां माता सबरी ने भगवान राम को बेर खिलाए थे.
टेंपल सिटी घोषित है शिवरीनारायण
यहां मौजूद लक्ष्मणेश्वर मंदिर और शबरी मंदिर में माघ में हर साल मेला लगता है. यही कारण है कि राज्य सरकार ने इसे टेंपल सिटी घोषित किया है, लेकिन इसके अनुरूप अब तक एक भी काम नहीं किया गया है. केन्द्र के रामायण सर्किट निर्माण में शिवरीनारायण का उल्लेख नहीं किया गया है.