बस दो मिनट की देरी, और हो जाती अनहोनी, पढ़िए पूरी खबर
Roof of education department collapsed जांजगीर चांपा में समग्र शिक्षा विभाग दफ्तर का छज्जा अचानक गिर गया. जिस वक्त हादसा हुआ उस समय प्रभारी अधिकारी के साथ दूसरे कर्मचारी भी काम कर रहे थे.इस हादसे में दो कर्मचारियों को चोट आई है. janjgir Champa News
जांजगीर चांपा :जिला शिक्षा विभाग में बुधवार को बड़ा हादसा टल गया. समग्र शिक्षा विभाग में रोजाना की तरह अधिकारी कर्मचारी काम कर रहे थे. तभी विभाग के दफ्तर की छत भरभराकर गिर गई.इस हादसे में शिक्षा विभाग के दो कर्मचारियों को चोट आई है.आपको बता दें कि समग्र शिक्षा विभाग के अधिकारियों की माने तो कई बार जर्जर भवन को सुधारने के लिए आवेदन दिया गया था.लेकिन जर्जर भवन की मरम्मत नहीं की गई. जिसकी वजह से अनहोनी होते होते रह गई.
जर्जर भवन में संचालित हो रहा है दफ्तर :जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का जर्जर भवन जिला बनने से से पहले हॉस्टल हुआ करता था. जिसमें लकड़ी और खप्पर का छत बना था. जिला बनने के बाद इस भवन का उपयोग कलेक्टर कार्यालय के रूप में किया गया.इसके बाद अब यहां जिला शिक्षा अधिकारी का कार्यालय है. लेकिन विभाग बदलने के बाद भी ना तो छत बदली गई और ना ही मरम्मत का काम हुआ.हर कमरे में जो खिड़की दरवाजे लकड़ी के हैं, वो सड़ चुके हैं.छत भी अब जवाब दे रही है.ऐसे में कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है.
छत के नीचे हुई थी बैठक :समग्र शिक्षा विभाग के लेखा पाल अविनाश सोनी ने बताया कि रोज की तरह सभी कर्मचारी ऑफिस पहुंचे थे.तभी प्रभारी के कार्यालय में कुछ गिरने की आवाज आई और पूरा भवन हिल गया. जाकर देखने पर पता चला कि छत गिरी है. इसमें एक दो कर्मचारी चोटिल भी हुए हैं.अब उस कमरे में जाने से डर लगा रहा है.वहीं प्रभारी आरएमएस विभाग एसआई जोशी के मुताबिक कार्यालय में कर्मचारियों के साथ बैठक करने के बाद वो जिला पंचायत कार्यालय के लिए निकले थे.तभी ये हादसा हुआ.यदि बैठक के दौरान छत गिरती तो बड़ी अनहोनी होती.
आपको बता दें कि समग्र शिक्षा विभाग ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों की मरम्मत, नया भवन स्वीकृति के लिए प्लान तैयार करके स्वीकृति देती है.ताकि छात्रों को सर्व सुविधायुक्त शिक्षा मिल सके.लेकिन जिनके हाथ स्कूल शिक्षा विभाग के विकास का दारोमदार हैं. उसी विभाग के कर्मचारी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं. वहीं अब इस हादसे के बाद विभाग ने कलेक्टर के पास नए भवन की स्वीकृति के लिए एक बार फिर आवेदन दिया है.