जांजगीर-चांपा: अकलतरा क्षेत्र में स्थापित केएसके महानदी पावर प्लांट से पिछले 12 महीने से बर्खास्त चल रहे भू-विस्थापित कर्मियों (मजदूरों) की बहाली मंगलवार को हो गई. पावर प्लांट प्रबंधन के इस फैसले से कर्मचारी काफी खुश नजर आ रहे हैं.
केएसके महानदी पावर प्लांट की शुरूआत साल 2007-08 में हुई थी. 2011 मे पहली बार भू-विस्थापितो को पुनर्वास नीति का फायदा देने की मांग उठी. ठेकेदारी में काम कर रहे करीब 1 हजार से ज्यादा भू-विस्थातिप कर्मचारियों की लंबी लड़ाई के बाद, सितंबर 2019 में वन टाईम प्रमोशन और 17 हजार का वेतनमान की मांग कंपनी ने मान ली. लेकिन इस मांग को पूरा करने मे आनाकानी जारी रही. जिसके बाद प्लांट में बड़ा आंदोलन शुरू हो गया. प्लांट प्रबंधन ने कई आरोप मढ़ कर 20 भू-विस्थातिप कर्मचारियों को आंदोलन की अगुवाई का दोषारोपण करते हुए बर्खास्त कर दिया. इस बीच प्रशासन ने कई समझौता बैठकें की. लेकिन पावर प्लांट प्रबंधन किसी न किसी बहाने बैठकों से गायब रहता या असहमति जताकर समझौते से पीछे हट जाता था.