जांजगीर-चांपा:छत्तीसगढ़ में माता कौशल्या के जन्मस्थान को लेकर सियासत जारी है. पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान और फिर मंत्री शिव डहरिया के पलटवार के बाद अंबेश जांगड़े कोसला पहुंचे. मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद जांगड़े ने कहा कि माता कौशल्या ने यहां जन्म लिया था, चंदखुरी में सिर्फ उनका मंदिर है. अजय चंद्राकर ने भी यही दावा किया था कि चंदखुरी में सिर्फ माता कौशल्या का मंदिर है, जन्मस्थान कोसला है.
भूपेश सरकार के दावों को बताया गलत
पामगढ़ के पूर्व विधायक और पूर्व संसदीय सचिव अंबेश जांगड़े ने कहा कि कोसला में कौशल्या माता के जन्म स्थान होने का दावा पुरातत्व विभाग द्वारा भी किया जाता रहा है. यहां प्राचीन जानकारियां भी उपलब्ध हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि माता कौशल्या के जन्मदिन को लेकर भूपेश सरकार ने जो स्टैंड लिया है, वह पूरी तरीके से गलत है. ETV भारत की टीम ने इस विषय को लेकर स्थानीय लोगों और ग्राम पंचायत के सरपंच से बात की. स्थानीय लोगों ने भी दावा किया कि कोसला ही माता कौशल्या का जन्म स्थान है.
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माता कौशल्या के जन्म स्थान को लेकर सियासत तेज
पूर्व संसदीय सचिव अंबेश जांगड़े ने कहा कि इस मामले को वे वरिष्ठ भाजपा नेताओं के बीच रखेंगे और इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया जाएगा. इस तरह से अब माता कौशल्या के जन्म स्थान को लेकर सियासत शुरू हो गई है. बता दें कि भूपेश सरकार ने राम वन गमन पथ जैसी महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है. माता कौशल्या के जन्म स्थान चंदखुरी को बताकर वहां विकास कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है. लेकिन पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और पूर्व संसदीय सचिव अंबेश जांगड़े के दावों ने इसे एक राजनैतिक विवाद का रूप दे दिया है.