जांजगीर चांपा:आस्था, प्रेम और विश्वास की नगरी शिवरीनारायण में शुक्रवार से राम नाम के मानस महोत्सव की शुरुआत हुई. मानस महोत्सव में छत्तीसगढ़ के 25 जिले के कलाकारों ने मानस गान किया. छत्तीसगढ़ में पहली बार राज्य स्तरीय मानस महोत्सव के आयोजन को देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे. श्रद्धालु रामचंद्र जी के गुणगान को सुन कर भाव विभोर हो गए. राम वन गमन पथ परियोजना के अंतर्गत शिवरीनारायण में हुए विकास कार्य लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं.
जांजगीर चांपा के शिवरीनारायण को अब छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्टॉक रूप में विकसित करने के लिए राज्य शासन में कार्य प्रारंभ कर दिया है. पहले चरण में नर नारायण मंदिर के साथ मठ मंदिर का भी जीर्णोद्धार कर सजावट की गई है. मेला ग्राउंड में पर्यटकों के लिए लजीज व्यंजन उपलब्ध कराने के लिए रेस्टोरेंट और रामायण पर आधारित चल चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. वहीं, चित्रोत्पल्ला गंगा के नाम के प्रसिद्ध महानदी, जोक नदी और शिवनाथ नदी के त्रिवेणी संगम और नदी के घाट को व्यवस्थित किया गया है. राज्य सरकार द्वारा शिवरीनारायण विकास और पर्यटन क्षेत्र के रूप में बढ़ावा देने के इस योजना को गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास महाराज ने सराहना की. उन्होंने कहा कि देश में छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य है जहां गांव-गांव और माजरा टोला में होने वाले मानस गीत को राज्य स्तर पहचान दिलाया गया है. प्रदेश भर के मानस मर्मज्ञ गांव स्तर से चयनित होकर राज्य स्तरीय मानस महोत्सव में अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं. ये परंपरा अनवरत जारी रहेगा.
प्रथम ,द्वितीय और तृतीय स्थान आने वाली मानस गायन टीम को किया जायेगा सम्मानित: शिवरीनारायण नगर पंचायत के मेला ग्राउंड में आयोजित मानस महोत्सव में इस बार छत्तीसगढ़ के 25 जिला से 350 कलाकारों का चयन किया गया है. जो अपनी प्रस्तुति मानस महोत्सव में दे रहे हैं. मानस गायन को जजमेंट करने के लिए टीम का गठन भी किया गया है. जो गायन और वादन के साथ मानस प्रवचन करने वालो में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए चयन करेंगे और 10 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रथम आने वालो को 5 लाख, द्वितीय आने वालो को 3 लाख और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालो को 3 लाख रुपए से पुरुस्कृत करेंगे. साथ ही अन्य कलाकारों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी.