छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

rahul sahu Rescue operation: राहुल साहू के नजदीक पहुंची रेस्क्यू टीम

जांजगीर चांपा के बोरवेल में गिरे राहुल साहू के नजदीक रेस्क्यू टीम पहुंच गई है. रेस्क्यू टीम हाथों से बोरवेल के पास के पत्थर को तोड़ रही है.

Rescue operation of Rahul sahu
राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन

By

Published : Jun 13, 2022, 7:14 PM IST

Updated : Jun 13, 2022, 11:49 PM IST

जांजगीर चांपा: शुक्रवार को जांजगीर के पिहरीद गांव में राहुल साहू बोरवेल में गिर (latest update of rahul sahu Rescue operation) गया. करीब 80 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद रेस्क्यू टीम राहुल के पास पहुंची है. टीम को राहुल की आवाज सुनाई दी है. अभी सामने का पत्थर हाथ से तोड़ा जा रहा है. ड्रिल मशीन से खुदाई रोक दी गई है. राहुल के करीब रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ एसईसीएल और बालको की रेस्क्यू टीम भी मौके पर मौजूद है. राहुल के लिए कपड़े लाए गए हैं. पीला रंग का शर्ट और पैंट राहुल के लिए लाया गया है. रेस्क्यू टीम राहुल को निकालने के बाद राहुल की साफ सफाई कर एंबुलेंस से उसे लेकर बिलासपुर रवाना होगी.

राहुल साहू के नजदीक पहुंची रेस्क्यू टीम

ये भी पढ़ें:Janjgir Borewell Accident Rahul sahu update: राहुल के रेस्क्यू में मौसम डाल सकता है खलल

मेडिकल टीम को किया गया अलर्ट: रेस्क्यू स्थल पर मेडिकल स्टाफ को पूरी तैयारी के साथ अलर्ट मोड पर रखा गया है. एंबुलेंस को भी तैयार किया गया है. राहुल को बाहर निकालते ही उसे अस्पताल लेकर जाया जाएगा. अभी फिलहाल घटना स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. राहुल के लिए जांजगीर चांपा से बिलासपुर के अपोलो अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा. ताकि उसे जल्द से जल्द अपोलो अस्पताल पहुंचाया जा सके.

सीएम भूपेश बघेल ले रहे पल पल का अपडेट:सीएम भूपेश बघेल राहुल साहू की रेस्क्यू ऑपरेशन का पल पल का अपडेट ले रहे हैं. वह लगातार अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला से वह राहुल साहू से जुड़ी जानकारी ले रहे हैं. राहुल को बोरवेल में से निकालने के बाद सबसे पहले उसे अपोलो अस्पताल ले जाया जाएगा. ग्रीन कॉरिडोर में तीन एंबुलेंस साथ होंगे. एंबुलेंस में वेंटीलेटर समेत सभी उपकरण रखे गए. डॉक्टरों की टीम में हृदय रोग विशेषज्ञ और चाइल्ड स्पेशलिस्ट होंगे. राहुल करीब 80 घंटे से बोरवेल में फंसा है. एंबुलेंस में डॉक्टरों की टीम प्राथमिक उपचार करेगी. सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि रेस्क्यू स्थल पर ड्रिलिंग मशीन फिलहाल बन्द है अब हाथों से खुदाई की जा रही है. एम्बुलेंस, ऑक्सीजन मास्क, स्ट्रेचर की व्यवस्था समेत मेडिकल स्टाफ पूरी तैयारी के साथ अलर्ट मोड पर है. मेडिकल टीम की कोशिश होगी जब राहुल को बाहर निकाला जाएगा तो उसकी स्वास्थ्य जांच करते हुए एम्बुलेंस में ही सम्पूर्ण चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए उसे अपोलो अस्पताल बिलासपुर तक सुरक्षित पहुंचाया जाए.

पूर्व सीएम रमन सिंह ने राहुल साहू की सलामती के लिए प्रार्थना किया:पूर्व सीएम रमन सिंह ने राहुल साहू की सलामती के लिए प्रार्थना की है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट कू पर राहुल की सलामती के लिए संदेश लिखा

सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या हुआ: सोमवार सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. बोरवेल तक पहुंचने के लिए 20 से ज्यादा की होरिजेंटल खुदाई की गई. इस बीच बड़ी चट्टान के आने की वजह से सुरंग बनाने में काफी परेशानी आई. इस चट्टान को काटने के लिए बिलासपुर से ड्रिल मशीन बुलाई गई. इसी मशीन से चट्टान को काटकर राहुल तक पहुंचने के लिए टनल बनाने का काम शुरू हुआ.

रविवार और शनिवार को क्या हुआ: रोबोटिक रेस्क्यू ऑपरेशन का पहला चरण असफल होने के बाद टनल बनाने का काम चालू किया गया. सुरंग बनाने के लिए कुसमुंडा और मनेन्द्रगढ़ के एसईसीएल के अधिकारियों से चर्चा की गई. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला सहित सभी अधिकारियों ने निरीक्षण किया.

ये भी पढ़ें: जमीन से 60 फीट नीचे 'सांस' ले रही जिंदगी

राहुल साहू बोरवेल में कैसे गिरा : शुक्रवार 10 जून की दोपहर को राहुल बोरवेल में गिर गया: पिहरीद गांव का राहुल अपने घर के पीछे खेलते समय राहुल शुक्रवार दोपहर को बोरवेल के गड्ढे में गिर गया. जैसे ही जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली देर शाम और रात से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीम पिहरीद गांव में पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की गई.

गुजरात से रोबोट इंजीनियर और ओडिशा से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया: राहुल साहू को सुरक्षित निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला और एसपी विजय अग्रवाल ने राहुल के परिजनों से मुख्यमंत्री की बात कराई. सीएम के निर्देश पर गुजरात से रोबोट इंजीनियर को शनिवार को बुलाया गया. ओडिशा से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में 4 IAS, 2 IPS, 5 एडिशनल SP, 4 SDOP, 5 तहसीलदार, 8 TIऔर 120 पुलिसकर्मी, EE (PWD), EE (PHE), CMHO, 1 सहायक खनिज अधिकारी, NDRF के 32 कर्मी, SDRF से 15 कर्मचारी और होमगार्ड के जवान शामिल हैं.

Last Updated : Jun 13, 2022, 11:49 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details