जांजगीर:अपहरण की झूठी कहानी बनाने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है. पुलिस ने आरोपी महेंद्र शर्मा को बिलासपुर पुलिस की मदद से मोपका क्षेत्र से हिरासत में लिया है. आरोपी ने पारिवारिक विवाद और उधार से परेशान होकर अपहरण की साजिश रचने का खुलासा किया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 365/193 , 194 , 420 , 384 के तहत कार्रवाई की गई. (fake story of kidnapping in janjgir)
Janjgir Crime News: अपने ही जाल में फंस गया अपहरण की झूठी कहानी बनाने वाला - Janjgir Crime News
janjgir police action: मंगलवार को घर से दूध लेने निकले युवक का अपहरण हुआ. पत्नी से फिरौती मांगी गई. घबराई पत्नी ने पुलिस में केस दर्ज करा दिया. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस भी युवक की तलाश में जुट गई. ना सिर्फ जांजगीर बल्कि बिलासपुर, रायपुर की पुलिस ने भी अपना कीमती समय लगाया. लेकिन युवक को जब पुलिस ने अपने कब्जे में लिया तो पुलिस भी हैरान हो गई.
जांजगीर में खुद का अपहरण रचने वाला गिरफ्तार: जांजगीर चांपा जिला के चंदनिया पारा क्षेत्र में रहने वाले महेंद्र शर्मा के अपहरण की सूचना के बाद जांजगीर पुलिस हड़कंप मच गया और सूचना के बाद से ही जिले की चार टीम बना कर आसपास के जिला में नाके बंदी की गई. पुलिस ने युवक का मोबाइल नंबर भी ट्रेस करना शुरू कर दिया. पुलिस के मुताबिक अपहृत महेंद्र शर्मा ने अपने ही मोबाइल से अपनी अपहरण और फिरौती की मांग की जानकारी अपनी पत्नी और परिजनों को दी थी. अपने अकाउंट में फिरौती का पैसा डालने कहा था. मोबाइल लोकेशन में महेंद्र कभी बिलासपुर में तो कभी रायपुर में ट्रेस होने लगा. जिसके कारण जांजगीर पुलिस ने दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर की पुलिस से मदद मांगी थी.
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पत्नी और कर्जदारों से परेशान होने के बाद बनाई अपहरण की कहानी: लगातार मॉनिटरिंग और मोबाइल लोकेशन पर निगरानी के आधार पुलिस को कई अहम सुराग मिले और महेंद्र का लोकेशन बिलासपुर मोपका में मिला. पुलिस ने घेरा बंदी कर बाइक में सवार युवक को हिरासत में लिया और उसकी पहचान महेंद्र शर्मा के रूप में किया. पुलिस ने अपहरण के इस मामले में महेंद्र से पूछताछ की. जिसमे महेंद्र ने एम फाइनेंस कंपनी का 80 हजार रुपए जमा नहीं करने पर ग्राहक का खाता होल्ड होने से उसे खोलने के लिए पैसे जमा करने और अन्य ग्राहकों को 1 लाख 60 हजार रुपए की गड़बड़ी होना स्वीकार किया. उस राशि को वापस लौटने के लिए 2 लाख 30 हजार रुपए की रकम फिरौती में मांगी थी. महेंद्र शर्मा ने बताया कि उसकी पत्नी से भी कहासुनी हो रही थी. जिसके कारण उसे सबक सिखाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी बनाने की बात स्वीकार किया.