जांजगीर चांपा: जिला के निलयम पुलिस आवासीय परिसर में महिला आरक्षक की आत्महत्या का केस पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस विवेचना में यह सामने आया है कि महिला आरक्षक ने यौन शोषण और प्रताड़ना से तंग आकर जान दे दी थी. आरक्षक दुष्यंत पांडे पर महिला से यौन शोषण और प्रताड़ना का आरोप है. पुलिस ने आरोपी आरक्षक दुष्यंत पांडे को गिरफ्तार कर लिया है.
जांजगीर महिला आरक्षक खुदकुशी केस में पुलिसकर्मी क्यों हुआ गिरफ्तार ?
जांजगीर में महिला आरक्षक खुदकुशी केस में पुलिस ने आरोपी आरक्षक दुष्यंत पांडे को गिरफ्तार कर लिया है. यौन शोषण और प्रताड़ना से तंग आकर महिला आरक्षक ने खुदकुशी की थी.
8 फरवरी का है मामला:मामला 8 फरवरी का है. जब पुलिस आवासीय परिसर में रहने वाली महिला आरक्षक का कमरा सुबह होने के बाद नहीं खुला.पड़ोस में रहने वाले पुलिस कर्मी ने खिड़की से देखा तो उसके होश उड़ गए. महिला आरक्षक का मकान अंदर से बंद और कमरे के अंदर फांसी पर लटकती उसकी लाश मिली. आनन फानन में पुलिस को सूचना दी गई. जिसके बाद महिला के शव को उतारा गया और फिर जांच शुरू हुई.
लगभग तीन महीने की जांच के बाद पुलिस आरोपी तक पहुंच पाई. आरक्षक सीमा फर्वे एसपी कार्यालय में पदस्थ थी और आगे की पढ़ाई करने के लिए पुलिस आवासीय परिसर में रहती थी.कोतवाली पुलिस ने पोस्ट मार्टम रिपोर्ट ,परिजनों के बयान और महिला आरक्षक के मोबाइल नंबर की डिटेल जानकारी जुटाने के बाद आत्म हत्या के पीछे के कारण का खुलासा किया है. पुलिस तफ्तीश में यह पता चला कि महिला आरक्षक का संबंध आरक्षक दुष्यंत पांडे से था. दुष्यंत पर आरोप है कि वह महिला को प्रताड़ित करता था. जिसकी वजह से उसने सुसाइड कर लिया. पूरे मामले के खुलासे के बाद आरोपी दुष्यंत पांडे की गिरफ्तारी हुई है.