जांजगीर चांपा: जिले के थाना डभरा में पदस्थ एक आरक्षक की मौत हो गई. सुशर्मा शास्त्री नाम के आरक्षक बिलासपुर जिले के बैमा गांव के रहने वाले थे. कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन में कोरोना योद्धा के रूप में वे ड्यूटी कर रहे थे. बताया जा रहा है कि मृतक आरक्षक की शनिवार सुबह अचानक तबियत खराब हो गई थी, जिसके चलते उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डभरा में भर्ती कराया गया था. वहां प्राथमिक इलाज देने के बाद उन्हें रायगढ़ अस्पताल रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है.
रायगढ़ अस्पताल में तोड़ा दम
दरअसल 29 वर्षीय सुशर्मा शास्त्री पुलिस लाइन जांजगीर में आरक्षक के पद पर पदस्थ थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते उनकी पदस्थापना डभरा थाने में की गई थी. जहां वह कोरोना योद्धा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे. शनिवार सुबह अचानक उनकी तबियत खराब हो गई, जिसके चलते उनके साथियों ने उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया. वहीं हालत गंभीर होने के चलते डॉक्टरों ने उन्हें रायगढ़ रेफर कर दिया. जिसके बाद डभरा पुलिस ने तुरंत इन्हें पुलिस पेट्रोलिंग वाहन से लाकर सुबह 8 बजे रायगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां कुछ देर बाद आरक्षक ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि आरक्षक पहले आर्मी में भी देश की सेवा कर चुके थे.
मौत का कारण स्पष्ट नहीं
आरक्षक की मौत के बाद उनका पोस्टमॉर्टम करवाया गया और उनके शव को उसके गृहग्राम बैमा ले जाया गया. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि आरक्षक की मौत का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण पता चल पाएगा.