Janjgir Youth Suicide Case: युवक के सुसाइड मामले में चौंकाने वाला खुलासा, दो मामा पहुंचे सलाखों के पीछे, जानिए क्या है पूरा मामला !
Janjgir Youth Suicide Case जांजगीर चाम्पा के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में युवक के सुसाइड मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. एक युवक को उसके दो मामा और मामी ने इस कदर प्रताड़ित किया कि उसने आत्महत्या कर जान दे दी. इसका खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने सुसाइड के संबंध में परिजनों से पूछताछ किया. पूरे मामले को विस्तार से समझिए.
जांजगीर चाम्पा: जिला में अपनों ने ही मिलकर रिश्तों का कत्ल कर दिया है. कोतवाली थाना क्षेत्र के दीन दयाल कालोनी में 29 अगस्त को एक युवक ने सुसाइड कर लिया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया. इस दौरान प्रमोद के सुसाइड को लेकर जांजगीर कोतवाली थाना पुलिस ने युवक के माता-पिता और नाना से पूछताछ की, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
पूछताछ के दौरान हुआ बड़ा खुलासा: पुलिस ने सुसाइड के संबंध में प्रमोद के माता पिता और परिजनों से पूछताछ किया, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. परिजनों ने बताया, "प्रमोद कुमार बंजारे कम्प्यूटर की पढ़ाई के बाद अपने पटवारी मामा लखन कुर्रे के पास कंप्यूटर ऑपरेटर था. कुछ दिनों से पटवारी लखन कुर्रे, उसकी पत्नी और उसका भाई सुबेश कुर्रे बार बार पटवारी का गोपनीय पासवर्ड को गलत उपयोग किये हो कह कर प्रमोद को प्रताड़ित करते थे. जिससे तंग आ कर प्रमोद कुमार बंजारे ने आत्महत्या कर लीं."
आरोपी दोनों मामा गिरफ्तार, मामी फरार: जांजगीर के कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 306, 34 आईपीसी का मामला दर्ज किया है. मामले की जांच के बाद पुलिस ने मृतक के दो मामा पटवारी लखन कुर्रे और उसके भाई सुबेश कुर्रे को गिरफ्तार किया है. जिन्हें पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है. वही अपने पति और देवर के साथ मिलकर भांजा को प्रताड़ित करने वाली महिला आरक्षक अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस आरोपी महिला आरक्षक की तलाश में जुटी है. जानकारी के मुताबिक, महिला आरक्षक सक्ति में तैनात थी.
क्या है पूरा मामला? : पूरा मामला सिटी कोतवाली जांजगीर का है. 29 अगस्त को प्रमोद कुमार बंजारे ने सुसाइड कर लिया था. प्रमोद कुमार बंजारे अपने पटवारी मामा के साथ रह कर कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करता था. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पहुंची और मामले की जांच में जुट गई थी. परिजनों से पूछताछ के दौरान ही यह खुलासा हुआ है. वहीं पटवारी के पासवर्ड का किस तरह दुरूपयोग हुआ, इस पर अभी जांच जारी है.