जांजगीर-चांपा: जिले में 12 घंटे पहले आए कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अब तक कोविड-19 हॉस्पिटल में शिफ्ट नहीं किया जा सका है. बिलासपुर और कोरबा में बने कोविड-19 हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध नहीं हैं. ऐसी स्थिति में जांजगीर-चांपा जिले के कोरोना पॉजिटिव मरीज वेटिंग में चल रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना के बढ़ते मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग कितना तैयार है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अब संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के सामने स्वास्थ्य सुविधाओं ने जवाब दे दिया है. जांजगीर-चांपा जिले में गुरुवार की शाम एक ही क्वॉरेंटाइन सेंटर से कोरोना के 8 पॉजिटिव मामले सामने आए थे. केस सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग इन्हें कोरबा और बिलासपुर के हॉस्पिटल ले जाने का प्रयास किया. लेकिन दोनों हॉस्पिटल में बेड की कमी होने की जानकारी मिलने पर इन्हें वेटिंग में रखा गया है.
दोपहर 12 बजे तक कोरोना पॉजिटिव के मरीजों को कोविड-19 अस्पताल के लिए रवाना नहीं किया जा सका है. पिछले 5 दिनों के आंकड़ों के हिसाब से कोरोना के मामले न केवल बिलासपुर बल्कि कोरबा क्षेत्र में भी तेजी से बढ़े हैं. संभाग में बिलासपुर और कोरबा में ही कोविड-19 अस्पताल है. जबकि जांजगीर-चांपा में पिछले डेढ़ महीने से कोविड-19 हॉस्पिटल बनाने की तैयारी चल रही है. स्वास्थ्य विभाग के दबाव के बाद भी कोविड-19 अस्पताल का काम पूरा नहीं हो पाया है.
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