जांजगीर चांपा में 37 मवेशियों की मौत का जिम्मेदार कौन, जिला प्रशासन के रडार पर कौन ?
Investigation in cattle death in Janjgir Champa जांजगीर चांपा में 37 मवेशियों की मौत पर घमासान मचा हुआ है. जिला प्रशासन ने इस मामले में जांच तेज कर दी है. पूरे केस में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ जांच की जा रही है Death of cattle in Changori Gauthan
जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा के चंगोरी गांव का गौठान मवेशियों की कब्रगाह बन गया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यहां एक दो नहीं बल्कि 37 मवेशियों की मौत बीते दिन हो गई. इस घटना के बाद से लगातार प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मच गया. अकलतरा एसडीएम के निर्देश पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है.
मवेशियों का पोस्टमार्टम हुआ: मवेशियों का पोस्टमार्टम किया गया है. उसके बाद इस केस में जांच तेज कर दी गई है. जिला प्रशास ने जांच टीम का भी गठन किया है. गैठान में मवेशियों की मौत के बाद से जांजगीर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. नई सरकार का भी गठन हो रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन इस मामले में किसी तरह की कोई रिस्क नहीं लेना चाह रही है. इसलिए लगातार इस केस में जांच की जा रही है.
जांजगीर चांपा मवेशियों की मौत मामले में जांच टीम का गठन: पशु चिकित्सकों की टीम ने पोस्ट मार्टम के बाद जो रिपोर्ट सौंपी है. वह पीएम रिपोर्ट चौकाने वाली है. मवेशियों की मौत की वजह जहर और मवेशियो से मारपीट बताई जा रही है. डाक्टरों ने मवेशियों की मौत की वजह जानने के लिए नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं. इसके अलावा चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है.
"मवेशियों की इस तरह मौत होना बड़ी लापरवाही है. इस मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग मैं करता हूं. वहीं नई सरकार से गौठान योजना को विशेष योजना बना कर जारी रखने का आग्रह करता हूं." : राघवेंद्र सिंह, अकलतरा विधायक
गौठान की वास्तविकता आई सामने: कांग्रेस सरकार के जाते ही गौठान की वास्तविकता सामने आने लगी है. चंगोरी के गौठान में 37 मवेशियों की मौत होना चिंता का विषय है. अब देखना है कि इस केस में क्या कार्रवाई होती है.