जांजगीर चांपा : कलेक्टर की नौकरी छोड़ राजनेता बनेओपी चौधरी ने ईटीवी भारत से खास बातचीतकी. इसमें उन्होंने पार्टी की ओर से लोकसभा टीकट न मिलने पर भी नि:स्वार्थ सेवा भाव से कार्य करने की बात कही. साथ ही उन्होंने चुनाव का दौर खत्म होने के बाद कई कार्यों को अमली जामा पहनाने की बात कही.
बीजेपी नेता ओपी चौधरी जिले के डभरा अग्रसेन भवन में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे. जहां उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपनी हार का खंडन करते हुए कहा कि मतों का अंतराल पहले से काफी कम हुआ है. वहीं लोकसभा में टिकट न मिलने के सवाल पर उनका कहना है कि पार्टी उन्हें जिस रूप में काम कराना चाहेंगी वह उसी रूप में काम करने के लिए तैयार है. यदि पार्टी उनसेप्रचारी करातीहै तो वे प्रचार भी करेंगे.
कांग्रेस के शशि थरूर और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण
वहीं ओपी चौधरी भाजपा नेता होने के साथ-साथ मोटिवेशनल स्पीकर और यूथ आईकॉन भी है लेकिन राजनीति में आने के बाद उनके छवी पर होने वाले नकारात्मक असर पर उनका कहना है कि राजनीतिक अस्तित्व के आलावा उनका अपना अलग अस्तित्व है. युवा और छात्रों को प्रेरणा देना यह उनकी दूसरी प्रमुख भूमिका है. पहले से इस भूमिका में रहे कांग्रेस के शशि थरूर और मुरली मनोहर जोशी का भी उन्होंने उदाहरण दिया.
निरंतर मेहनत करने की सलाह
उन्होंने असफल या फिर कम नंबरों में पास होने वाले छात्रों कहा कि असफल या कम नंबर आता है तो वेप्रसाय करते रहे निराश न हो, उनके लिए कुछ और बेहतर होगा. उन्होंने छात्रों को है यह भी कहा कि कभी भी उन्हें निराश नहीं होना चाहिए बल्कि निरंतर मेहनत करने की सलाह भी दी.
6 महीने कार्य को अमली जामा पहनाएंगे
वहीं चुनाव खत्म होने के बाद आगे की रणनीति पर उनका कहना है कि भाजपा एक दिन कार्य करने वाली पार्टी नहीं है बल्कि वे 365 दिन काम करती है. अंत में उन्होंने यह भी कहा कि वे आने वाले 6 महीने और साल में युवा और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे जिसे जल्द ही वे अमली जामा पहनाएंगे.