जांजगीर चांपा: राज्य शासन ने प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को मेन्यू के आधार पर ताजा भोजन परोसने के लिए स्वसहायता समूहों को रोजगार दिया है. लेकिन समूह द्वारा बच्चों को मेन्यू के आधार पर भोजन नहीं दिया जाता. जिसके मद्देनजर जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्चों की सेहत को ध्यान रखते हुए बड़ा निर्णय (Instructions of District Education Officer for mid-day meal in Janjgir) लिया हैं. अब बरसात के मौसम को धयान में रखते हुए मौसमी सब्जियों को मध्यान्ह भोजन में शामिल करने के निर्देश जारी किये गये हैं.
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जांजगीर चांपा जिला में अब मध्यान्ह भोजन में आलू-सोयाबीन बड़ी और भाजी की सब्जी परोसने पर रोक लगा दिया गया है. बरसात में सोयाबीन बड़ी में नमी और भाजी से होने वाले नुकसान को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्चों की सेहत को ध्यान रखते हुए निर्णय (Instructions of District Education Officer for mid-day meal in Janjgir)लिया है. साथ ही गरम मध्यान्ह भोजन परोसने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्यवर्धक भोजन परोसने के सख्त निर्देश: अधिकांश समय आलू-सोयाबीन बड़ी ही परोसा जाता है, जिसके कारण बच्चों को पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता. थाली में चावल के साथ दाल और एक सब्जी परोस दिया जाता रहा है. आचार, पापड़ और चना, खीर को बच्चे देखने को भी तरस जाते थे. लेकिन अब जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों में नोटिस जारी कर शासन के निर्देश (Instructions of DEO for mid-day meal in Janjgir) का कड़ाई से पालन करने कहा है. साथ ही मध्यान्ह भोजन में सिर्फ आलू ,सोयाबीन की बड़ी और भाजी नहीं परोसने के निर्देश दिए हैं. स्कूल परिसर में किचन गार्डन बना कर ताजी सब्जी परोसने के निर्देश भी दिए गए हैं. मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता के लिए हेड मास्टर को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं और लापरवाही मिलने पर कारवाई की चेतावनी दी है.
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थाली को आलू-सोयाबड़ी से मिली मुक्ति: जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश के बाद जिला मुख्यालय के गौ शाला स्कूल में मध्यान्ह भोजन में स्वसहायता समूह ने आलू, सोयाबड़ी की सब्जी बंद कर दिया है. अब लौकी,कुंदरू,भिंडी जैसे सब्जियों को मध्यान्ह भोजन में परोसना शुरू किया है. स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अधिकारियों से किचन की जर्जर हालत को सुधारने की मांग की और जर्जर भवन से दुर्घटना की आशंका जताई है. साथ ही किचन से कई बार चोरी की घटना होने की शिकायत कर सुरक्षा की मांग भी की है.
मध्यान्ह भोजन के समय बच्चों की थाली में अब मेन्यू के आधार पर दाल,चावल,सब्जी के अलावा आचार भी मिलना शुरु हो गया है. जिसके कारण बच्चे मध्यान्ह भोजन चाव से खाते नजर आए. शिक्षा अधिकारी के आदेश (Instructions of DEO for mid-day meal in Janjgir) के बाद अब मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता में कुछ सुधार दिखने लगा है.