जांजगीर-चाम्पा: जिले के कटघरी गांव में एक युवक की शादी बेहद खास रही. छत्तीसगढ़ की संस्कृति को दूल्हे रूपेश कंवर ने खूब संजोया है. शादी में जहां छत्तीसगढ़ी में कार्ड छपवाया गया, वहीं बैलगाड़ी में बारात गई.
छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति को जीवंत करता ये दूल्हा, बेहद खास रही यह शादी - संस्कृति को जीवंत करता ये दूल्हा
कटघरी गांव में एक युवक की शादी बेहद खास रही.
परंपरा और संस्कृति को जीवंत करता ये दूल्हा
बता दें कि कटघरी गांव की नूतन से दपकाली गांव के रूपेश की शादी तय हुई और शुक्रवार को दोनों एक दूजे के हो गए. रूपेश की खास कोशिश ने उसकी शादी को औरों से अलग बना दिया.
उसने अपनी शादी को यादगार बनाने और प्रदेश की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए खास तैयारी की थी. उसके इस कोशिश की हर तरफ जमकर तारीफ हो रही है और यह शादी लोगों के बीच चर्चा का खास विषय बनी हुई है.