जांजगीर चांपा: जिला के कुदरी गांव से कमाने खाने के लिए उत्तर प्रदेश गए मजदूर को अपने परिवार के लिए ईंट-भट्ठा मालिक से पैसा मांगना महंगा पड़ गया. ईंट-भट्ठा मालिक ने मजदूर की इतनी पिटाई कर दी कि उसकी इलाज के दौरान यूपी के अस्पताल में ही मौत हो गई. मजदूर की मौत के बाद ठेकेदार प्रवीण त्रिपाठी ने मृतक के परिजनों को धमकाकर रिपोर्ट दर्ज कराए बिना ही गांव भेज दिया. शव के साथ गांव पहुंचे परिजनों को देखकर ग्रामीणों ने मामले की जानकारी ली और शव लेकर कोतवाली थाना पहुंच गए. साथ ही रिपोर्ट दर्ज कराई. बहरहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया.
Brick kiln worker dies in UP : कुदरी के लोग शव लेकर पहुंचे थाने, यूपी के ईंट-भट्ठा मालिक पर लगाया हत्या का आरोप
जांजगीर से कुछ महीने पहले जांजगीर चांपा से मजदूर यूपी के ईंट-भट्ठा मजदूरी के लिए गए थे. इस दौरान भट्ठे में तीन हफ्ते बाद काम बंद होने पर मजदूरी मांगना एक मजदूर की जान पर बन आई. पैसे मांगे जाने से गुस्साये भट्ठा मालिक ने मजदूर गंभीर पिटाई कर दी, जिससे अस्पताल में उसकी मौत हो गई.
यह भी पढ़ें:पहले पाइप लाइन से चुराते थे पेट्रोल, डिपो बंद हुआ तो बदला धंधा; ट्रक लूट के 7 आरोपी गिरफ्तार
राजगीर सोनझरी का शव लेकर पहुंचे कोतवाली थाना
कुदरी गांव के लोग राजगीर सोनझरी का शव लेकर कोतवाली थाना पहुंचे थे. पुलिस को बताया कि 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश के ईंट-भट्ठा मालिक प्रवीण त्रिपाठी ने राजगीर सोनझर से मारपीट महज इस बात के लिए की क्योंकि उसने अपने चार सप्ताह की मजदूरी में से 1500 रुपये मांग लिये. परिजनों ने पुलिस से मामले में कार्रवाई की मांग की है.
मजदूरों को पामगढ़ की महिला दलाल ले गई थी यूपी
मृत राजगीर सोनझरी के परिजनों ने बताया कि एक माह पहले 40 मजदूरों को महिला दलाल ने यूपी भेजा था. उसी ने काम दिलाने का लालच देकर उत्तर प्रदेश के ठेकेदार प्रवीण त्रिपाठी के ईंट-भट्ठे में राजगीर को पहुंचाया. वहां तीन सप्ताह काम करने के बाद मौसम में खराबी के कारण ईंट बननी बंद हो गई और ईंट-भट्ठा मालिक ने मजदूरों को एक सप्ताह तक खाने के लिए महज 7 सौ रुपए दिए. इससे परिवार का गुजारा नहीं होने की बात कह उसने ठेकेदार से और पैसे मांगे. इसी बात पर गुस्साए ठेकेदार ने राजगीर की गंभीर रूप से पिटाई कर दी और परिजनों को इसकी रिपोर्ट लिखाने पर जान से मारने तक की धमकी दे डाली. राजगीर की मौत के बाद परिजनों को गुपचुप तरीके से छत्तीसगढ़ स्थित उनके गांव भेज दिया. बहरहाल परिजनों ने मामले में न्याय करते हुए मुआवजे की मांग की है.