जांजगीर-चांपा:चंद्रपुर के डभरा जनपद पंचायत क्षेत्र के कई गांव दशकों बाद भी विकास से कोसों दूर है. ठनगन ग्राम पंचायत के लोगों को बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. इतना ही नहीं ठनगन को ग्राम पंचायत का दर्जा मिला है, तब से भवन की समस्या है. राष्ट्रीय ग्राम स्वराज योजना के तहत 2011-2012 में पंचायत भवन निर्माण के लिए 10 लाख की राशि स्वीकृत की गई थी, लेकिन पूर्व सरपंच के कार्यकाल में पंचायत भवन का छत ढलाई का काम छोड़ दिया गया, जिससे आज 9 साल बीतने को है पंचायत भवन नहीं बन पाया है. आज भी भवन निर्माण का काम अधूरा पड़ा हुआ है.
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी पंचायत भवन का निर्माण कार्य इतना ही नहीं भवन खंडहर में तब्दील हो रहा है. दरवाजा खिड़की भी टूट गए हैं. नवीन पंचायत भवन का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है, जो आज 9 बरस के बाद भी निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया, जबकि पूर्व सरपंच ने लगभग 8 लाख रुपये की राशि आहरण कर चुका है. 9 वर्षों के बाद भी पंचायत भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सका. अब भवन जर्जर हालात में है.
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बरामदे में पंच परमेश्वर की बैठक होती है
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत भवन नहीं होने के कारण बरामदे बैठकर बैठक करते हैं. शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए ग्राम सभा की बैठक टेंड और तम्बू लगाकर आयोजित की जाती है. छज्जा और फर्श समेत दिवारों की पलस्तर टूटकर गिर रहे हैं. भवन नहीं होने के कारण पंच परमेश्वर की बैठक बरामदे में होती है. पंचायतों में सरपंच और पंचों को बैठक में भारी परेशानी होती है. पंचायत की सरकारी कागजात को भी भवन नहीं होने के कारण दूसरे जगहों पर रखा जाता है.
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ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार जनपद पंचायत और जिला पंचायत के अधिकारियों को बताया जा चुका है. ग्राम पंचायत में नए पंचायत भवन स्वीकृति करने की मांग की जा चुकी है, लेकिन जिम्मेदार न तो कार्रवाई कर रहे हैं. न ही नया ग्राम पंचायत भवन के लिए राशि स्वकृत करा रहे हैं. ऐसे में अब ग्रामीण खासे परेशान नजर आ रहे हैं. ग्राम पंचायत भवन नहीं होने के कारण जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, पेंशन, राशन कार्ड समेत कई कार्यों के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.