जांजगीर चांपा:बघेल सरकार के आंदोलन व धरना प्रदर्शन के लिए शासकीय अनुमति वाले फरमान को तुगलकी फरमान करार देते हुए भाजपा ने आज जेल भरो आंदोलन का आगाज किया है. प्रदेश में जगह-जगह आज भाजपा कार्यकर्ता सूबे की बघेल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. जांजगीर चांपा में भी भाजपा ने जेल भरो आंदोलन किया. आंदोलन के दौरान भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस के बीच हुई झड़प में एएसपी की वर्दी फट गई साथ ही उन्हें चोट भी आई है.
राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा का प्रदर्शन: भाजपा ने छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए 19 अलोकतांत्रिक कंडिका वापस लेने की मांग की.राज्य सरकार पर मिनी आपातकाल लगाने का आरोप लगाया. इस बीच भाजपा ने चुनाव पूर्व जनता के आक्रोश को दबाने के लिए इस तरह का आदेश जारी करने का सरकार पर आरोप लगाया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि ये "राजनीतिक दलों के अधिकार को दबाने को कोशिश है. संविधान में जनता को मिले अधिकार को सरकार छीन रही है".
जनता की आवाज को दबाने वालों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा:अकलतरा के बीजेपी विधायक ने कहा "कांग्रेस सरकार डर गई है.डेढ़ साल चुनाव को बचे हैं. भूपेश बघेल ने जनता से किए वायदे को पूरा नहीं किया. जिसके कारण प्रदेश की जनता में आक्रोश है. इस आक्रोश को दबाने के लिए भूपेश बघेल ने काला कानून लाया है जिसमें धरना प्रदर्शन, आंदोलन, चक्काजाम और जुलूस पर भी रोक लगाते हुए अनुमति अनिवार्य कर दिया है. इस तरह तानाशाही करने वाले सरकार के खिलाफ बीजेपी का हर कार्यकर्ता तैयार है. जनता के हक की लड़ाई के लिए जेल भी जाना पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे. जेल तो हमारे लिए तीर्थ है."