अकलतरा/जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ सरकार ने राइसमिलर्स को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को घटा दी है. इसके विरोध में अकलतरा ब्लॉक के राइसमिलर्स अपनी मनमानी पर उतर आए हैं. अकलतरा के किसी भी राइस मिलर्स ने अभी तक कस्टममिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है.
सरकार ने घटाई प्रोत्साहन राशि, विरोध में राइसमिलर्स नहीं कराए रजिस्ट्रेशन दरअसल, पिछले साल अकलतरा ब्लॉक में कुल 58 मिलर्स कस्टममिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन इस साल भूपेश सरकार ने राइसमिलर्स को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि 30 रुपए घटा दिया है. राइसमिलर्स को अब 10 रुपए दिए जाने का घोषणा की है, जिसके वजह से अब राइसमिलर्स ने एकजुटता दिखाते हुए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख बीत जाने के बाद भी कस्टममिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है.
धान उठाव के लिए हो सकता है संकट
बता दें कि 10 दिनों के बाद प्रदेशभर में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी होगी. इस साल जिले में 85 लाख मिट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर खरीदने का अनुमान है, जिसके लिए जिला सहकारी केंद्रीय बैंक खरीदी की तैयारियों का दावा कर रहा है. वहीं दूसरी ओर धान के उठाव को लेकर अभी से संकट शुरू हो गया है.
किसानों को हो सकता है समस्या
वहीं सरकार ने बारदाना की कीमत भी 3.25 पैसे कर दी गई है. साथ ही हमाली का भी पैसा सरकार ने देने से मना कर दिया है. सरकार के इस निर्णय के विरोध में राइसमिलर्स ने कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कराना ही बंद कर दिया है. अब ऐसे में एक भी राइसमिलर्स का पंजीयन नहीं होने से धान के उठाव में देरी होगी. इससे खरीदी केंद्रों में भीड़ बढ़ने से किसानों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
मिलर्स को मनाने में जुटा प्रशासन
मामले में जिला जिला खाद्य अधिकारी का कहना है कि 'अकलतरा ब्लॉक के सभी 58 मिलर्स को मनाने की कवायद की जा रही है. किसानों को किसी तरह की समस्याएं नहीं आएगी.