जांजगीर चांपा:छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के टेंपल सिटी शिवरीनारायण में 3 दिवसीय मानस महोत्सव के साथ राम वन गमन पथ के प्रथम चरण का लोकार्पण किया जाएगा. 10 अप्रैल को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. सीएम रात में महानदी आरती में शामिल होकर रात्रि विश्राम भी मठ मंदिर में ही करेंगे. 8, 9 और 10 अप्रैल को आयोजित कार्यक्रम के लिए मेला ग्राउंड को दुल्हन की तरह सजाया गया है. पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए शिवरीनारायण नर नारायण मंदिर परिसर को खास पत्थरों में नक्काशी कर सजाया गया है. मानस महोत्सव में 25 जिले के 350 से अधिक कलाकार मानस गायन करेंगे. बॉलीवुड सिंगर अनुराधा पोड़वाल और अनूप जलोटा भी भक्ति संगीत की प्रस्तुति देंगे. (Manas Mahotsav in Shivrinarayan )
शिवरीनारायण में मानस महोत्सव छत्तीसगढ़ का जगन्नाथपुरी: महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के संगम पर बसा शिवरीनारायण धार्मिक, ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध है. इस स्थान की महत्ता इस बात से पता चलती है कि देश के चार प्रमुख धाम बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथपुरी और रामेश्वरम के बाद इसे पांचवे धाम की संज्ञा दी गई है. यह स्थान भगवान जगन्नाथ का मूल स्थान है. इसलिए छत्तीसगढ़ के जगन्नाथपुरी के रूप में प्रसिद्ध है. यहां प्रभु राम का नारायणी रूप गुप्त रूप से विराजमान है. इसलिए यह गुप्त तीर्थधाम या गुप्त प्रयागराज के नाम से भी जाना जाता है.
शिवरी नारायण का पुराना नाम शबरी नारायण: शिवरीनारायण रामायण कालीन घटनाओं से जुड़ा है.शिवरीनारायण मंदिर के प्रवेश द्वार में कृष्ण वट मौजूद हैं. इस वट वृक्ष का हर पत्ता दोना के आकार में मुड़ा हुआ है. मान्यता है कि माता शबरी ने इसी पेड़ के पत्ते को दोना बनाकर अपने झूठे बेर इसमें रखकर श्रीराम को खिलाए थे. इसके अलावा भगवान विष्णु भी जल प्रलय के समय छोटा रूप धारण कर इसी कृष्ण वट में बैठे थे. कहा जाता है कि इस तरह का पेड़ और कहीं नहीं हैं. (Shabari fed plums to Ram)
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शिवरी नारायण में राम वन गमन पथ परियोजना:रामायण काल की स्मृतियों को संजोने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से राम वन गमन पर्यटन परिपथ के विकास के लिए कॉन्सेप्ट प्लान बनाया गया है. इस प्लान में शिवरीनारायण में मंदिर परिसर के साथ ही आस-पास के क्षेत्र के विकास और श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधाओं के लिए यहां 39 करोड़ रुपये की कार्य योजना तैयार की गई है. प्रथम चरण में 6 करोड़ रुपये के अलग-अलग काम पूरे कर लिए गए हैं. इनमें शिवरीनारायण के मंदिर परिसर का उन्नयन और सौदर्यीकरण, दीप स्तंभ, रामायण इंटरप्रेटेशन सेन्टर एवं पर्यटक सूचना केन्द्र, मंदिर मार्ग पर भव्य प्रवेश द्वार, नदी घाट का विकास एवं सौंदर्यीकरण, घाट में प्रभु राम-लक्ष्मण और शबरी माता की प्रतिमा का निर्माण किया गया है. इसी प्रकार घाट में व्यू पाइंट कियोस्क, लैण्ड स्केपिंग कार्य, बाउंड्रीवाल, मॉड्यूलर शॉप, विशाल पार्किंग एरिया और सार्वजनिक शौचालय का निर्माण शामिल है.
शिवरी नारायण में पर्यटन को बढ़ावा : नगर पंचायत शिवरीनारायण का पौराणिक महत्व रहा है. इस स्थान टेंपल सिटी के रूप में भी जाना जाता है. लेकिन इस स्थान को पर्यटन के क्षेत्र में उतना विकसित नहीं किया गया था. जिससे पर्यटक माघी पूर्णिमा में होने वाले 15 दिवसीय मेला में ही आते थे. लेकिन अब राज्य सरकार की तरफ से किए जा रहे विकास कार्यों से पर्यटन को बढ़ावा मिलने और स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया होने की संभावनाएं बढ़ गई है.
राम वन गमन पथ परियोजना में प्रभु श्री राम के छत्तीसगढ़ में वनवास काल में भ्रमण से संबंधित 75 स्थानों को धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनायी गई है. इनमें प्रथम चरण में 9 स्थल चिन्हित कर वहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. इसके लिए 133 करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है. चयनित स्थानों पर जरूरत के अनुसार पहुंच मार्ग का उन्नयन, संकेत बोर्ड, पर्यटक सुविधा केन्द्र, इंटरप्रेटेशन सेंटर, वैदिक विलेज, पगोड़ा वेटिंग शेड, मूलभूत सुविधा, पेयजल व्यवस्था, शौचालय, सिटिंग बेंच, रेस्टोरेंट, वाटर फ्रंट डेव्हलपमेंट, विद्युतीकरण के काम कराए जाएंगे. राम वन गमन मार्ग में आने वाले स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम रायपुर जिले के आरंग तहसील के गांव चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर से शुरू हुआ.