चंद्रपुर/जांजगीर-चांपा: जिले के चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र का सबसे पुराना और पहला सरकारी कॉलेज डभरा अपने हाल पर आंसू बहा रहा है. साल 1982-83 से संचालित ये कॉलेज कई समस्याओं से जुझ रहा है. इतने साल बीत जाने के बाद भी इसके मरम्मत की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया.
हालात ये है कि कॉलेज भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है. बारिश के मौसम में छत से पानी टपकता है, प्लास्टर गिर रहे हैं, दीवारों में दरारें पड़ चुकी है. कई बार यहां पढ़ने वाले छात्र हादसे का शिकार हो चुके हैं. फिर भी छात्र-छात्राएं ऐसी स्थिति में पढ़ने को मजबूर हैं. इन सबके साथ ही परेशानियां अभी कम नहीं है, कॉलेज में शिक्षा का स्तर भी भवन की तरह खस्ता हाल है.
शिक्षा व्यवस्था भी ठप
कॉलेज की बदहाली के साथ -साथ यहां पढ़ाई व्यवस्था भी खस्ताहाल है. कॉलेज में कुल 1148 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं कई विषयों के लिए यहां प्रोफेसर भी नहीं है. कई वर्षों से ये पद खाली हैं. उच्च शिक्षा विभाग ने 15 प्रोफेसर पदों की स्वीकृति दी है, लेकिन अभी यहां फिलहाल सिर्फ 6 पदों में नियुक्ति है. बाकी सभी विषयों के प्रोफेसर के पद रिक्त हैं.
रिक्त पदों में राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र, इतिहास, हिंदी, अंग्रेजी, वाणिज्य, जंतु-विज्ञान, रसायन शास्त्र, भौतिक और गणित जैसे मुख्य विषयों के शिक्षक आज तक नहीं हैं.