जांजगीर-चांपाःKSK महानदी पॉवर प्लांट में लंबे समय से कर्मियों के साथ गतिरोध के बाद प्लांट प्रबंधन ने तालाबंदी कर दिया था. जिसे लेकर प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ था. लेकिन प्रबंधन ने बुधवार को प्लांट का ताला खोल दिया है.
KSK महानदी पॉवर प्लांट के 35 मजदूर नेता निलंबित, कमर्चारी आक्रोशित कर्मचारी नेताओं को प्लांट में प्रवेश नहीं दिए जाने से कर्मचारी एक बार फिर आक्रोशित हो गए है. प्रबंधन के इस फैसले को गलत बताकर मोर्चा खोलने की बात कह है.
प्लांट का ताला खुला
बता दें, प्लांट प्रबंधन ने 17 सितंबर से तालाबंदी कर रखा था. लेकिन जिला प्रशासन के भारी दबाव के बीच त्रिपक्षी बातचीत के बाद 25 सितंबर को भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ प्लांट को खोला गया है. KSK महानदी पॉवर प्लांट में लगभग 4 हजार कर्मचारी कार्यरत है. जिन्हें प्रबंधन ने काम पर वापस बुलाया है.
संगठन के 35 नेताओं का निलंबन
इस बीच प्लांट प्रबंधन की ओर से कर्मी संगठन के 35 नेताओं को प्लांट से निलंबित करने और गेट से अंदर नहीं आने दिया गया. इस वजह से एक बार फिर टकराव की स्थिति बन गई है. इस पर छत्तीसगढ़ पावर प्लांट संघ ने काम नहीं करने की घोषणा की है. इस मामले में जिला प्रशासन और प्लांट प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया गया है. साथ ही संगठन ने निलंबित 35 नेताओं को काम पर वापस नहीं लेने तक हड़ताल करने और कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है.
बिजली उत्पादन की ठप
करीब सप्ताह भर बाद प्लांट के गेट खोले जाने के बाद एक बार फिर से बिजली उत्पादन जल्द शुरू होने की पूरी संभावना जताई जा रही है. प्रबंधन की ओर से प्लांट में काम शुरू होने की बात कही जा रही है लेकिन प्लांट कर्मियों के एक बार फिर से आक्रोशित होने से असमंजस की स्थिति भी पैदा हो गई है