जगदलपुर:बस्तर जिले में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए कलेक्टर रजत बंसल ने टोटल लॉकडाउन किए जाने का फैसला लिया है. जिसके तहत 31 जुलाई सुबह 11 बजे से 6 अगस्त रात 12 बजे तक जिले में टोटल लॉकडाउन होगा. लॉकडाउन की जानकारी देने के लिए बस्तर कलेक्टर ने जनता से अपील करते हुए एक संदेश जारी किया है.
बस्तर में 31 जुलाई से होगा टोटल लॉकडाउन कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 70 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं और लगातार मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. जिसे देखते हुए 31 जुलाई से 6 अगस्त तक जिले में संपूर्ण लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है. इसके तहत अब जिले में आपातकालीन सेवा के अलावा अन्य सभी प्रतिष्ठान, किराने की दुकानें और सरकारी कार्यालय सभी बंद रहेंगे.
कलेक्टर ने बताया कि फल, सब्जी, दूध जैसी जरूरी सामानों की दुकानें सुबह 6 से 11 बजे तक ही खुली रहेंगी. इसके अलावा कलेक्टर ने लॉकडाउन के दौरान 1 अगस्त को बकरीद और 3 अगस्त को पड़ने वाले रक्षाबंधन के लिए लोगों से घरों में रहकर ही त्योहार मनाने की अपील की है.
कलेक्टर ने लोगों से की घर में रहने की अपील
बस्तर जिले के 7 ब्लॉकों में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर से प्रवासी मजदूर और छुट्टी से वापस लौटे जवानों के संक्रमित होने के मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन अब शहर में लगातार 5 केस सामने आने से कलेक्टर ने 31 जुलाई से 6 अगस्त तक टोटल लॉकडाउन का निर्णय लिया है. इस बंद का बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन किया है. कलेक्टर ने बस्तर की जनता को ज्यादा से ज्यादा अपने घरों में ही सुरक्षित रहने की अपील की है.
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बता दें कि 21 जुलाई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बस्तर के महारानी अस्पताल (जगदलपुर) में नए विकासकार्यों का उद्घाटन किया. बताया जा रहा है कि ये अस्पताल लगभग 7 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से बना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के लोगों का महारानी अस्पताल से भावनात्मक लगाव है. उन्होंने कहा कि महारानी जिला अस्पताल की सुविधाएं देश के किसी भी जिला अस्पताल से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि अभी भी बस्तर के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यहां अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है, जिससे बाहर के लोग भी बस्तर आकर अपना इलाज करा सकेंगे.
'डॉक्टर्स की कमी न हो इसका रखा जाएगा विशेष ध्यान'
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डॉक्टर्स की कमी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. मुख्यमंत्री ने महारानी अस्पताल में 1 करोड़ रुपए की लागत से मातृ-शिशु स्वास्थ्य संस्थान कादम्बिनी में कराए गए उन्नयन कार्य और 4 करोड़ 58 लाख रुपए की लागत से महारानी अस्पताल में बने मातृ-शिशु पैथोलॉजी लैब, ब्लड बैंक और डायलिसिस के लिए आवश्यक उपकरण का लोकार्पण किया.