छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

Bastar crime : बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़, नौ आरोपियों की गिरफ्तारी

जगदलपुर में बेरोजगारों से लाखों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इन लोगों ने 30 लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर खुद ही ऑफिस खोलकर नौकरी करवाई. इसके बाद बिना सैलरी दिए इनसे लिए पैसे लेकर चंपत हो गए.

Bastar crime
बेरोजगारों को ठगने वाले गिरफ्तार

By

Published : Mar 15, 2023, 7:36 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर :बस्तर में बेरोजगार युवकों को नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश बस्तर पुलिस ने किया है. ठगी के 9 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. आरोपियों ने 30 से अधिक लोगों से ठगी किया था.

क्या है पूरा मामला :डीएसपी अपूर्वा क्षत्रिय ने बताया कि '' रोहित कुमार साहू ने लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष की मदद से नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का शिकायत दर्ज की थी. अन्य लोगों से भी इसी प्रकार से लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर कंप्यूटर ऑपरेटर और भृत्य के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 21 लाख रुपए नकद लेकर धोखाधड़ी करने की रिपोर्ट कोतवाली थाना में की गई थी.''

24 घंटे में पुलिस को मिली सफलता :डीएसपी अपूर्वा क्षत्रिय के मुताबिक '' शिकायत के बाद कोतवाली थाना से टीम गठित करके कार्यवाही के लिए रवाना किया गया. जहां टीम ने 24 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी नारायण बघेल और अन्य 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिनके खिलाफ धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया है. सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.''

कैसे की थी ठगी :गिरफ्तार आरोपी नारायण बघेल ने पूछताछ में बताया कि '' वर्ष 2022 में वह लेबर यूनियन मजदूर कल्याण संघ का अध्यक्ष रहा. इसी दौरान अपने सहयोगी साथी सुनील चेट्टी, वीणा पांडे, जोगेंद्र ठाकुर, धर्मेंद्र पांडे, महेंद्र ठाकुर, पूरन ठाकुर, सुमन ठाकुर और प्रेमनाथ पांडे के साथ मिलकर शहर के बेरोजगार युवकों को कंप्यूटर ऑपरेटर और भृत्य के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देने का प्लान बनाया.''

ये भी पढ़ें- सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला अरेस्ट

फर्जी ज्वाइनिंग लेटर और नौकरी :इसके बाद 30 से अधिक लोगों से कुल 21 लाख रुपए लिए. फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर बस्तर जिला के अलग-अलग ब्लॉकों में कार्यालय खोलकर नियुक्त किया. 8 से 9 महीने से काम कराने के बाद उन्हें कोई वेतन नहीं दिया गया. पीड़ितों ने इनकी शिकायत पुलिस से की. इधर गिरफ्तार सभी आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 8 सेट कंप्यूटर और प्रिंटर बरामद किया है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details