सुकमा :छत्तीसगढ़ में आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव है. ऐसे में नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा से एक अच्छी तस्वीर सामने आई है. चुनाव का हिस्सा बनने की मांग को लेकर सुकमा जिले में सैकड़ों आदिवासियों ने गुरुवार को एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया. नक्सलियों का डर दिखाकर निर्वाचन अधिकारी ने छह मतदान केंद्रों को शिफ्ट किया था. इन मतदान केंद्रों में वोट डालने वाले वोटर्स ने फिर से केंद्रों को पहले वाली जगह में ही करने की मांग की है.इसके लिए ग्रामीणों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नाम सुकमा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.
नक्सली दहशत हुई कम,तो क्यों पोलिंग बूथ में बदलाव ? :ग्रामीण प्रदर्शनकारी महिला ने बताया कि सुकमा जिले के गोन्डेरास, मारोकी, गुफडी, मानकापाल, गोंदपल्ली के 6 पोलिंग बूथ को करीब 10 से 12 किलोमीटर दूर शिफ्ट किया गया है. जब नक्सलियों का मूवमेंट था, उस दौरान के सभी चुनाव में ग्रामीण अपने ही पंचायतों में अपना मतदान करते थे.अब इन इलाकों में नक्सली बैकफुट पर हैं.
'' नक्सलवाद को खत्म करने की बात कही जाती है. इन गांवों के पास सुरक्षाबल के कैम्प भी हैं. इसके बावजूद भी निर्वाचन आयोग ने पोलिंग बूथ को शिफ्ट कर दिया है. जो पूरी तरह से गलत है. जैसे पहले के चुनाव में मतदान होते थे. वैसे ही अभी भी मतदान केन्द्रों को पंचायत में ही कर देना चाहिए'' प्रदर्शनकारी महिला