जगदलपुर: नगरनार में निर्माणाधीन NMDC स्टील प्लांट के ठेकेदारों और मजदूरों के भुगतान का विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है. नाराज ठेकेदारों ने इसकी शिकायत कुछ दिनों पहले शासन से भी की थी. वहीं बार-बार अल्टीमेटम देने के बावजूद जब इन ठेकेदारों का संबंधित कंपनियों से भुगतान नहीं हुआ, तो उन्होंने गुरुवार को NMDC प्लांट के बाहर रास्ता रोककर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. ठेकेदारों और मजदूरों के विरोध प्रदर्शन के कारण करीब 4 घंटे तक निर्माणाधीन प्लांट का कामकाज प्रभावित रहा.
NMDC स्टील प्लांट के सब कॉन्ट्रैक्टर और कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन तीनों ही गेटों में धरने पर बैठे कर्मचारियों की वजह से अन्य कंपनियों के कर्मचारी अंदर समय पर नहीं पहुंच पा रहे थे. ठेकेदार और पूर्व जनपद सदस्य अमित पांडे ने बताया कि NMDC में काम कर रहे ठेकेदार और मजदूर कोरोना के बाद से लंबे समय से फंसे भुगतान की मार झेल रहे हैं. कई बार बीके इंजीनियरिंग नाम की कंपनी से अपने भुगतान की राशि देने की मांग करने के बावजूद भी कंपनी ने कर्मचारियों को अब तक सिर्फ 60 प्रतिशत का ही भुगतान किया है. जबकि कर्मचारी और ठेकेदारों का 40 प्रतिशत भुगतान नहीं हो पाया है. ठेकेदार ने बताया कि पिछले कई महीनों से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है.
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बीके कंपनी की ओर से लगातार टालमटोल कर भुगतान नहीं देने के कारण गुरुवार को NMDC स्टील प्लांट का मुख्य गेट 4 घंटे के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. इसके साथ ही पूरे कर्मचारी और ठेकेदार धरना पर बैठ गए थे. हालांकि NMDC के प्रबंधक से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मौजूदगी में सब कॉन्ट्रैक्टर और कर्मचारियों के साथ चर्चा हुई. चर्चा में यह फैसला लिया गया कि आगामी सोमवार को बीके इंजीनियर कंपनी के प्रबंधक को NMDC प्लांट बुलाया जाएगा और भुगतान संबंधी पूरी तरह से चर्चा कर निष्कर्ष निकाला जाएगा. इधर इस आश्वासन के बाद ही ठेकेदारों और कर्मचारियों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म किया.
NMDC स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन 4 घंटे तक प्लांट का काम रहा प्रभावित
गौरतलब है कि पहले ही NMDC का निर्माण कार्य धीमी गति में चल रहा है. ऐसे में ठेकेदारों और भुगतान से जुड़े विवाद की वजह से प्लांट का काम और भी प्रभावित हो रहा है. NMDC के सभी दरवाजों के बाहर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर नाराजगी जताई, जिसके बाद आश्वासन मिलने पर ही है धरना प्रदर्शन खत्म हो सका. तब तक प्लांट का काम पूरी तरह प्रभावित रहा.