जगदलपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के आदेश पर जगदलपुर नगर निगम में भी आवारा पशुओं के खिलाफ रोका-छेका अभियान शुरू कर दिया गया है, जिसमें अब अपने पशुओं को सड़क पर छोड़ देने वालों के खिलाफ निगम के अधिकारियों ने कार्रवाई करने की बात कही है. शासन के आदेशानुसार शहर के मुख्य मार्गों, चौक चौराहों और मुख्य बाजारों में अब पशु मालिक अगर अपने पशुओं को खुला छोड़ेंगे, तो निगम उपर कार्रवाई करने की बात कह रहा है.
दरसअल, इस अभियान के शुरुआती तौर पर पशु स्वामियों को चेतावनी देकर संकल्प पत्र भराये जाने की बात कही गई है, लेकिन जगदलपुर में रोका-छेका अभियान शुरू हुए 5 दिन बीत जाने के बाद भी इस अभियान का कुछ खास असर होता दिखाई नहीं दे रहा है. राज्य सरकार ने शहरी और ग्रामीण इलाकों में मवेशियों की वजह से बढ़ती दुर्घटना को देखते हुए और आवारा पशुओं के चारा की व्यवस्था के लिए रोका-छेका अभियान की शुरुआत की है.
मवेशी मालिकों को 30 जून तक दी जा रही मोहलत
निगम आयुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि शहरी इलाकों में यह अभियान 19 जून से 30 जून तक चलाया जा रहा है, जिसके तहत शहर में घूमने वाले आवारा मवेशियों को पकड़कर कांजी हाउस में रखने की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही पशु स्वामियों को एक संकल्प पत्र भरवाकर 30 जून तक मौहलत दी जा रही है, जिसके बाद यदि कोई मवेशी शहरी क्षेत्र में घूमता हुआ पाया जाता है, तो इसके लिए पशु मालिकों पर जुर्माने के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है.