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जगदलपुर: अस्पताल का नामकरण बना सियासी अखाड़ा

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Published : Mar 20, 2021, 8:43 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

बस्तर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल का नाम बदलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस इस मामले को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. एक तरफ बीजेपी ने जहां कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है. तो वही कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.

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अस्पताल के नामकरण को लेकर राजनीति तेज

जगदलपुर: बस्तर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल का नाम बदलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस इस मामले को लेकर आमने-सामने हो गए हैं. एक तरफ बीजेपी ने जहां कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है. तो वही कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.

बीजेपी शासनकाल में बस्तर के पूर्व सांसद और बीजेपी के कद्दावर नेता स्वर्गीय बलिराम कश्यप के नाम पर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का नाम रखा था. कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेज का नाम तो यथावत रहने दिया पर अस्पताल का नाम स्वर्गीय महेंद्र कर्मा का नाम करने का फैसला किया है. जिससे बीजेपी काफी नाराज है. प्रदेश सरकार को घेरने की लगातार तैयारी कर रही है.

अस्पताल का नामकरण बना सियासी अखाड़ा

बीजेपी ने पुतला दहन कर जताया था विरोध

इस मामले को लेकर कुछ ही दिन पहले भाजयुमो ने प्रस्ताव लाने वाले बस्तर सांसद दीपक बैज का पुतला दहन किया था. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का नाम किसी भी कीमत पर नहीं बदलने की बात कही थी. नाम बदलने को लेकर विरोध किया जा रहा है.

कोंडागांव: बीजेपी ने बलिराम मेडिकल कॉलेज का नाम बदले जाने का विरोध

एक बार नाम रख दिया तो परिवर्तन क्यों: महेश गागड़ा

प्रदेश के पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा का कहना है कि स्वर्गीय बलिराम कश्यप का नाम हटाना गलत है.ऐसा कर कांग्रेस सरकार ओछी राजनीति कर रही है. गागड़ा का कहना है कि दोनों ही नेता बस्तर के सम्मानीय हैं. लेकिन जब एक बार मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का नाम स्वर्गीय बलिराम कश्यप के नाम से रखा गया है तो ऐसे में नाम परिवर्तन करवाना कांग्रेस की ओछी राजनीति को दर्शाता है. कांग्रेस को चाहिए कि स्वर्गीय बलीराम कश्यप का अपमान ना करते हुए उन्हें स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के नाम से नए अस्पताल या किसी नए शासकीय भवन का नाम रखना चाहिए. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का नाम स्वर्गीय बलिराम कश्यप के नाम से यथावत रखना चाहिए.

अस्पताल का नामकरण बना सियासी अखाड़ा

सिर्फ अस्पताल का नाम बदलेगा: शैलेष नितिन त्रिवेदी

इस मामले में छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी का कहना है कि स्वर्गीय बलीराम कश्यप और स्वर्गीय महेंद्र कर्मा दोनों ही बस्तर के कद्दावर नेता थे. 2018 में भाजपा शासनकाल में बने मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का नाम स्वर्गीय बलिराम कश्यप के नाम से रखा गया, लेकिन ऐसा प्रायः देश के हर जगहों पर यहां तक कि रायपुर में भी देखा गया है कि मेडिकल कॉलेज का नाम अलग और अस्पताल का नाम अलग रखा जाता है. इसी उद्देश्य से कांग्रेस सरकार मेडिकल कॉलेज का नाम स्वर्गीय बलिराम कश्यप के नाम से यथावत रखना चाहती है. वहीं कांग्रेस के नेता स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के सम्मान को ध्यान में रखते हुए अस्पताल का नाम स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के नाम से रखना चाहती है. त्रिवेदी ने कहा कि ऐसे में बीजेपी को कोई तकलीफ नहीं होना चाहिए. अगर बीजेपी को इस फैसले से तकलीफ हो रही है. इसके पीछे बीजेपी की ओछी राजनीति है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बीजेपी मुद्दा विहीन हो गई है. बीजेपी के पास मुद्दों का अकाल पड़ा है. इस वजह से इस तरह के फैसले को मुद्दा बनाकर जबरन मामले को तूल दे रही है.

अस्पताल के नामकरण को लेकर राजनीति तेज

BJYM ने बस्तर में फूंका सांसद दीपक बैज का पुतला

जारी है दोनों राजनीतिक पार्टी के बीच विवाद

नामकरण को लेकर लगातार बस्तर में कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. वही सांसद दीपक बैज ने मुख्यमंत्री के पास अस्पताल का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव तो भेजा है, लेकिन अब तक इस पर राज्य शासन ने फैसला नहीं लिया है. माना यह जा रहा है कि आने वाले दिनों में अस्पताल का नाम स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के नाम से रखा जा सकता है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

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