जगदलपुर: चुनाव आते ही तमाम नेता वोट मांगने के लिए हाथ जोड़कर जनता के दरबार में पहुंच जाते हैं. जहां वे लम्बे-चौड़े वादे भी कर आते हैं और भोली-भाली जनता उनकी बातों में भी आ जाती है, लेकिन चुनाव नतीजे आते ही ये नेता बरसाती मेंढक की तरह फिर से लापता हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ जगदलपुर के रमैया वार्ड के लोगों के साथ जो अब अपनी गलती को सुधारने और नेताओं को सबक सिखाने के लिए नगरीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है.
पूरा मामला शहर के रमैया वार्ड का है, जो जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां बरसात के दिनों में स्थिति ऐसी हो जाती है कि यहां के लोगों को अपने घरों के चौखट से सटाकर छोटी-छोटी दीवार बनानी पड़ती है, जिससे बारिश का पानी घर में न घुस सके. महापौर से लेकर विधायक तक ने चुनाव के वक्त वादा किया था कि शपथ लेते ही सबसे पहला काम उनके वार्ड की समस्या का समाधान करेंगे. वक्त बीत गया, लेकिन समस्याएं आज भी जस की तस हैं.